अनिरुद्धाचार्य महाराज ने ऑस्ट्रेलिया बनने की कहानी बताई है, उनके मुताबिक श्रीराम के भेजे अस्त्र-शस्त्र लेकर वानर सेना जहां पहुंची थी, उसे अस्त्रालय नाम दिया गया था। जो बाद में ऑस्ट्रेलिया बन गया।
Aniruddhacharya Viral Pravachan: सोशल मीडिया पर इस समय संतों के प्रवचन खूब सुने जा रहे हैं। इनकी रील्स भी तेजी से वायरल हो जाती हैं। धर्म-कर्म में रुचि रखने वाली महिलाएं तो ऐसे वीडियो खूब शेयर करती हैं। यहां जो रील आपको दिखाने जा रहे हैं, वो संत अनिरुद्धाचार्य महाराज की है। वे रामायण काल की एक घटना के बारे में बता रहे हैं। इस दौरान संत जिस तरह की जानकारी दे रहे हैं, उसे सुनकर यूजर्स ने बहुत आश्चर्य जताया है। वो ऑस्ट्रेलिया के निर्माण और नाम के बारे में बता रहे थे। अब इसके लिए उन्हें ट्रोल किया जा रहा है।
ऑस्ट्रेलिया के प्राचीन नाम अस्त्रालय, अनिरुद्धाचार्य महाराज ने गजब कथा
सोशल मीडिया पर बाबा अनिरुद्धाचार्य महाराज का एक वीडियो कोहराम मचा रहा है। उन्होंने दावा किया कि ऑस्ट्रेलिया का नाम रामायण काल के 'अस्त्रालय' से पड़ा, जहां भगवान राम की वानर सेना ने भयंकर हथियारों को डिस्पोज किया था। दरअसल रावण से युद्ध के बाद लाखों की तादाद में भयंकर अस्त्र-शस्त्र मिले थे। किसी गलत हाथ में ये ना पड़े, इसलिए राम ने अपनी वानर सेना से हजारों किलोमीटर दूर डंप करने के लिए कहा था। वानर सेना ने जहां इसे दफन किया वो बाद अस्त्रालय के नाम से जाना गया। जो अतीत में ऑस्ट्रेलिया बन गया। रेडिट के r/indianmemer पर 'Think about Unganda and London' टाइटल से पोस्ट वायरल, जहां यूजर्स मीम्स और सवालों की बौछार कर रहे हैं।
प्रवचन में अनिरुद्धाचार्य के शब्दों के मुताबिक, राम ने रावण, मेघनाथ के लाखों अस्त्रों को गलत इस्तेमाल से बचाने के लिए वानर सेना को 10 हजार किमी दूर ले जाने को कहा…जहां उन्होंने सभी हथियारों को दफना दिया था। इसे अस्त्रालय नाम दिया गया था, जो एक लंबे समय के बाद ऑस्ट्रेलिया बन गया। इंस्टाग्राम पर वीडियो वायरल होते ही इस पर अब जमकर मीम्स बनाए जा रहे हैं। लोगों ने कहा कि ये बात तो ऑस्ट्रेलियन भी नहीं जानते होंगे। अच्छा हुआ बाबा ने बता दिया। वहीं दूसरे ने कहा- कहां से लाते हैं, इतना ज्ञान, अभी तक तक तो हमने ऐसी कोई कथा नहीं सुनी, अब नए तरीके से रामायण लिखी जा रही है क्या।
अनिरुद्धाचार्य के इस प्रवचन पर मचा बवाल, देखें वीडियो -
नोट-
ये पोस्ट सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो के बारे में है, इसकी सत्यता और मिथ्या होने का दावा एशियानेट नहीं करता है।


