सार
सुबह के नाश्ते से लेकर रात तक बन रहा हजारों किलो खाना। तकरीबन 10 हजार स्वयंसेवक इस आयोजन की व्यवस्था में लगे हुए हैं।
ट्रेंडिंग डेस्क. मध्यप्रदेश के भिंड जिले से एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है। यहां दंदरौआ धाम में जिस तरह से खाना बनाया जा रहा है वो पूरे देश में चर्चा का विषय बन गया है। दरअसल, यहां कई दिनों से चल रहे धार्मिक आयोजन में लोगों का भोजन व प्रसाद बनाने के लिए जेसीबी मशीन व सीमेंट मिक्सर तक का इस्तेमाल किया जा रहा है।
प्रतिदिन 20 हजार लोगों का खाना
दंदरौआ धाम में इन दिनों 'सियपिय' समारोह चल रहा। इसी के साथ यहां बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र शास्त्री का भी दरबार लगा हुआ। इसी वजह से यहां हजारों की संख्या में लोग रोज पहुंच रहे हैं, जिनके भोजन व प्रसाद का रोज प्रबंध किया जा रहा है। रिपोर्ट्स के मुताबिक प्रतिदिन 20 हजार से ज्यादा लोगों का यहां खाना बनाया जा रहा है।
खाना बनाने में जेसीबी, मिक्सर और ट्रेक्टर की मदद
सुनने में अजीब लगे पर ये सच है। यहां इतनी भारी मात्रा में खाना बनाया जा रहा है कि सब्जी, खिचड़ी आदि को ट्रैक्टर से भर-भर कर वितरण के लिए ले जाया जाता है। वहीं, जेसीबी मशीन के पंजे इसे ट्रेक्टर में भरते हैं और सब्जी बनाने में भी मदद करते हैं। यहां इन मशीनों को खाना बनाते हुए देख लोग अचरज में पड़ जाते हैं। जानकारी के मुताबिक खाना बनाने के लिए यहां सीमेंट मिक्सर भी लगा हुआ है, जो केवल इसी काम में उपयोग किया जाता है।
बन रहा इतना खाना
बता दें कि इस भव्य आयोजन के लिए 700 से ज्यादा हलवाई लगे हैं जो दिन से लेकर रात तक दो शिफ्ट में काम करते हैं। यहां सुबह के नाश्ते की शुरुआत 200 किलो पोहे से शुरू होती है। यहां इतने बड़ी कढ़ाई मौजूद है कि इसमें एक बार में 20 क्विंटल आलू की सब्जी एक बार में तैयार हो जाती है। वहीं कई तरह की खाद्य पदार्थों को मिक्स करने के लिए सीमेंट मिक्सर का उपयोग किया जा रहा है। तकरीबन 10 हजार स्वयंसेवक इस आयोजन की व्यवस्था में लगे हुए हैं।
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