सार
हैकर्स ने कई स्कूलों के ई-मेल आईडी से सैंकड़ों लोगों को ईमेल भेज कैंसर से पीड़ित बच्ची के लिए डोनेशन की मांग की है। हैक हुए ईमेल को रिकवर नहीं कर पा रहे है।पणजी के विकास हाई-स्कूल, वाल्पे, पेरनेम और सेंट माइकल हाई स्कूल भी हैकर्स के निशाने पर है।
पणजी. गोवा के कई स्कूल साइबर हमले का शिकार हुए हैं। हैकर्स ने कई स्कूलों के ई-मेल आईडी से सैंकड़ों लोगों को ईमेल भेज कैंसर से पीड़ित बच्ची के लिए डोनेशन की मांग की है। इस ईमेल में दावा किया गया है कि वह पेट के कैंसर से जूझ रही है। स्कूलों ने गोवा पुलिस के साइबर सेल में शिकायत दर्ज कराई है।
ईमेल में लिखा- अपनी क्षमता अनुसार दान करें
हैकर्स ने ईमेल में लिखा कि बच्ची को पेट का कैंसर है। यह कैंसर का फर्स्ट स्टेज है। बच्ची को कीमोथेरेपी के सर्जरी से गुजरना पड़ सकता है। आप अच्छी तरह जानते है कि कैंसर का इलाज बेहद महंगा होता है। बच्ची का गरीब परिवार इतना खर्च नहीं कर सकता है। मैने सर्जरी के लिए पैसे जुटाने का जिम्मा अपने ऊपर लिया हुआ है। हमने 45 हजार रुपए डोनेट किए है। इतनी रकम काफी नहीं है। इस रकम को पूरा करने के लिए आपकी मदद की जरूरत है। हम आपसे निवेदन करते है कि अपनी क्षमता के मुताबिक बच्ची के लिए दान जरूर करें।
डोनेशन के लिए दिए दो अकाउंट
जिन लोगों ने दान देने के बारे सोचकर ईमेल का रिप्लाई किया। दो बैंक अकाउंट के ऑप्शन मिले। एक लखनऊ के कैनरा बैंक अकाउंट, जो विक्की कुमार सिंह नाम से है। दूसरा खाता हिमांशु सतारतार के नाम से है। यह बैंक अकाउंट दिल्ली के पंजाब नेशनल बैंक में है।
प्रिंसिपल बोले- कृपया पैसे ट्रांसफर न करे
डॉ केबी हेडगवार हाई स्कूल के प्रिंसिपल ने कहा कि पुलिस पहले से ही शिकायतों पर कार्रवाई कर रही है। टार्गेटेड स्कूलों से आने वाले स्कूलों की ओर से मिलने वाले ईमेल से सावधान रहे और किसी प्रकार का फंड ट्रांसफर न करने की अपील की है। उन्होंने ये भी कहा कि हैकर्स ने ईमेल के पासवर्ड बदल दिए है। इन हैक हुए ईमेल को रिकवर नहीं कर पा रहे है।
इन स्कूलों के ईमेल हैक हुए है
पणजी के विकास हाई-स्कूल, वाल्पे, पेरनेम और सेंट माइकल हाई स्कूल भी हैकर्स के निशाने पर है। इन स्कूलों ने पुलिस से जांच और हैक हुई ईमेल आईडी ब्लॉक करने की मांग की है।
यह भी पढ़ें…
AI ने बना दी जोड़ी! एक शख्स ने डेटिंग के लिए चैटजीपीटी की मदद ली फिर हुई शादी
जानें किस देश का पासपोर्ट दुनिया में सबसे दुर्लभ, यह सिर्फ 500 लोगों के पास