हटके डेस्क। दुनिया में ऐसे लोगों की कमी नहीं है, जो टॉयलेट जाने के बाद भी हाथ नहीं धोते। अमेरिका और यूरोप के देशों मे लोग शौच के बाद पानी की जगह टॉयलेट पेपर का यूज करते हैं। वेस्टर्न कल्चर के बढ़ते प्रभाव के चलते अब भारत और चीन जैसे देशों के बड़े-बड़े शहरों में लोग टॉयलेट पेपर का यूज करने लगे हैं, लेकिन यह हाइजीन के लिहाज से ठीक नहीं होता। इससे कई तरह के जर्म्स शरीर से चिपके रहते हैं, जिनका हेल्थ पर बहुत बुरा असर पड़ता है। साफ-सफाई को लेकर सिर्फ आम लोग ही लापरवाही नहीं बरतते, बड़े-बड़े सेलिब्रिटी भी ऐसा करते पाए गए हैं। साल 2015 में अमेरिकी एक्ट्रेस जेनिफर लॉरेंस ने यह कह कर लोगों को चौंका दिया था कि वे टॉयलेट जाने के बाद कभी हाथ नहीं धोतीं। वहीं, अमेरिकी न्यूज चैनल पॉक्स न्यूज के एंकर पीट हेगसेथ ने यह कहा था कि उन्हें याद नहीं पड़ता कि पिछले 10 सालों में उन्होंने कभी टॉयलेट जाने के बाद हाथ धोए हैं या नहीं। जब सेलिब्रिटीज का ये हाल है तो आम लोगों की हालत के बारे में अंदाजा लगया जा सकता है। 2015 में की गई एक स्टडी के मुताबिक, दुनिया में करीब 26.2 फीसदी लोग टॉयलेट जाने के बाद साबुन स हाथ नहीं धोते हैं। इंग्लैड, फ्रांस और यूरोप के दूसरे देशों में ऐस लोगों की काफी संख्या है, जो टॉयलेट जाने के बाद हाथ नहीं धोते हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन और यूनिसेफ का कहना है कि दुनिया में क़रीब 3 अरब लोग ऐसे हैं, जिनके पास हाथ धोने के लिए साबुन और पानी की सुविधा नहीं है। तस्वीरों में देखें और जानें कि हाथ नहीं धोने से कितने नुकसान हैं और ऐसा लोग क्यों करते हैं।