सार
पाकिस्तान के यू-ट्यूबर के प्रयास से दो भाइयों के परिवार एक बार फिर आपस में मिल सके। दिलचस्प यह है कि दोनों भाई करीब 75 साल पहले बंटवारे के दौरान अलग-अलग हो गए थे। एक पाकिस्तान में बस गया और दूसरा भारत के हरियाणा में रह गया।
कुरुक्षेत्र (हरियाणा)। यह किसी फिल्म की कहानी नहीं बल्कि, रियल लाइफ स्टोरी है। बात करीब 75 साल पुरानी है, जब 1947 के विभाजन के दौरान दो भाई दया सिंह और गुलाम मुहम्मद भारत और पाकिस्तान की सीमाओं के पार अलग हो गए थे। यह दुर्भाग्य था कि वे फिर कभी मिल नहीं पाए, मगर पाकिस्तान के एक यू-ट्यूबर ने इसके लिए प्रयास किया और उसे धन्यवाद कि उसने बीते शुक्रवार को डिजिटल के जरिए ही, मगर उनके परिवार को एक बार फिर मिलवा जरूर दिया।
दरअसल, 14-15 अगस्त 1947 को विभाजन से पहले तक दोनों भाई, फिलहाल हरियाणा में कुरुक्षेत्र जिले के पिहोवा ब्लॉक स्थित बोधानी गांव में रहते थे। तब दया और गुलाम 1947 में अलग-अलग हो गए। गुलाम पाकिस्तान चले गए और दया भारत में रहे। वर्ष 1978 तक दोनों परिवारों के बीच पत्र के जरिए संपर्क रहा और हालचाल लेते देते रहे। हालांकि, मुलाकात तब भी दोनों की नहीं हो पाई और एकदूसरे को देखे बिना ही उनका निधन हो गया।
तब से दोनों भाइयों के परिवार अलग-अलग रहते रहे, मगर उनके बीच बातचीत भी नहीं हो पाई। हालांकि, पुनर्मिलन की शुरुआत कुछ दिन पहले गुलाम के पोते अदील ताहिर ने शुरू की। उन्होंने यू-ट्यूबर नासिर से मुलाकात की और उन्हें अवतार सिंह की पुरानी तस्वीर दिखाई। इसके अलावा वह तस्वीर भी दिखाई, जो दया और गुलाम ने आपस में पत्र लिखने के दौरान एकदूसरे को भेजी थी।
गुलाम मुहम्मद के पोते अदील ताहिर अब लाहौर में रहते हैं। उन्होंने कहा, हमने अवतार सिंह की एक तस्वीर के साथ नासिर से संपर्क किया था। हमने यह फोटो उनसे अपने चैनल पर अपलोड करने को कहा था। हमें उम्मीद थी कि वे हमारे चाचा का परिवार इसे देखेग तो शायद उनके जरिए एक बार फिर मुलाकात हो जाए। नासिर पाकिस्तान में मशहूर और लोकप्रिय यूट्यूबर हैं और पंजाबी लहर के नाम से उनका सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफॉर्म पर अकाउंट हैं, जिसमें यू-ट्यूब चैनल भी शामिल है।
गुलाम मुहम्मद के बेटे पाकिस्तान में पंजाब के झांग जिले में रहते हैं
दिलचस्प ये है कि अवतार सिंह की फोटो अपलोड करने के बाद इस पर भारत के उनके किसी परिचित का रिएक्शन आया। नासिर ने बताया कि अवतार सिंह मिल गए। अवतार सिंह की उम्र अब 73 साल हो चुकी है। इसके बाद उन्होंने हमारी मुलाकात और बातचीत अपने चैनल के माध्यम से डिजिटली करा दी। गुलाम मुहम्मद के बेटे मोहम्मद शरीफ पंजाब के झांग जिले में रहते हैं। दूसरी ओर दया के भारत में रहने वाले दो बेटे और दो बेटियां हैं। दोनों परिवार अब पाकिस्तान स्थित नरोवाल में गुरुद्वारा करतारपुर साहिब में मिलने की योजना बना रहे हैं।
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