चलती ट्रेन में सहयात्री महिलाओं ने एक गर्भवती महिला की डिलीवरी में मदद की, जिसने एक स्वस्थ बच्ची को जन्म दिया। इस घटना का वीडियो वायरल हुआ, जिसे 8.5 लाख से ज़्यादा बार देखा गया और लोगों ने मदद की सराहना की।
ट्रेन में सफर के दौरान एक गर्भवती महिला को अचानक प्रसव पीड़ा होने लगी। भरी हुई ट्रेन में कोई मेडिकल मदद न होने की वजह से सब लोग काफी घबरा गए। लेकिन, सभी मुश्किलों को पार करते हुए उस माँ ने एक स्वस्थ बच्ची को जन्म दिया। इसमें उनकी मदद साथ में सफर कर रही कुछ महिलाओं ने की। इस अनोखी घटना का एक छोटा सा वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया गया, जिसे करीब साढ़े आठ लाख लोगों ने देखा।
चलती ट्रेन में डिलीवरी
यह घटना किस ट्रेन में, कब और कहाँ हुई, इसकी जानकारी तो नहीं है, लेकिन वीडियो ने सोशल मीडिया यूजर्स का ध्यान खींचा है। वीडियो को इंस्टाग्राम पर इस कैप्शन के साथ शेयर किया गया, "भारतीयों की अच्छाई, जिन्होंने ट्रेन में एक गर्भवती महिला की मदद की और एक नन्ही परी को जन्म दिया। बिना डॉक्टर के ट्रेन में बच्चे को जन्म देना किसी चमत्कार से कम नहीं है।" वीडियो में, चलती ट्रेन में कुछ महिलाओं के हाथों में कपड़े में लिपटी एक नवजात बच्ची दिखाई दे रही है। वह अपनी आँखें खोलने की कोशिश कर रही है, यह भी वीडियो में दिखता है।
क्लिप की शुरुआत में एक महिला यात्री नवजात शिशु को उसकी माँ को दिखाती है। कोच में मौजूद सभी लोग खुशी से इस पल का जश्न मनाते हुए दिख रहे हैं। कुछ यात्री बच्ची की तस्वीरें ले रहे हैं, तो कुछ उसे अपनी गोद में ले रहे हैं। कई लोगों ने भारतीय महिलाओं की हिम्मत की तारीफ करते हुए कमेंट्स भी किए।
मिली-जुली प्रतिक्रिया
एक यूजर ने लिखा, "बिना किसी खर्च या टांके के वह इस दुनिया में आ गई, वह भी चलती ट्रेन में।" एक दूसरे यूजर ने लिखा कि सिर्फ महिलाएं ही नहीं, बल्कि दूर खड़े पुरुष और बच्चे भी बच्चे के सुरक्षित जन्म के लिए अपने-अपने तरीके से प्रार्थना कर रहे होंगे।
वहीं, कुछ लोगों ने चिंता भी जताई। कुछ लोगों ने सवाल उठाया कि भारतीय ट्रेन की साफ-सफाई की कमी को देखते हुए माँ या बच्चे को इन्फेक्शन का खतरा हो सकता है, और अगर कुछ गलत हो जाता तो कौन जिम्मेदार होता? एक यूजर ने बताया कि डॉक्टर आमतौर पर गर्भवती महिलाओं को गर्भावस्था के आखिरी महीनों में, खासकर 30 हफ्तों के बाद, यात्रा न करने की सलाह देते हैं। कुछ ने यह भी लिखा कि लंबी दूरी की यात्रा माँ और बच्चे दोनों के लिए गंभीर खतरा पैदा कर सकती है।
