सार
आज (26 मई, गुरुवार) ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी है। धर्म ग्रंथों में इसे अपरा और अचला एकादशी (Achala Ekadashi 2022) के नाम से जाना जाता है। ये तिथि बहुत विशेष है।
उज्जैन. अचला एकादशी पर भगवान विष्णु के साथ देवी लक्ष्मी की भी पूजा की जाती है। साथ ही साथ इस दिन पीपल की पूजा का भी विधान है। ऐसा कहा जाता है कि अचला एकादशी पर यदि पीपल की पूजा न की जाए तो इस व्रत का पूरा फल नहीं मिलता। धर्म ग्रंथों के अनुसार, पीपल में ब्रह्मा, विष्णु और शिवजी, तीनों देवताओं का वास होता है। इस पेड़ पर जल चढ़ाने, पूजा करने और दीपक लगाने से त्रिदेवों की कृपा मिलती है। आगे जानिए अचला एकादशी पर क्यों की जाती है पीपल की पूजा और इससे जुड़ी कथा…
पीपल की पूजा से मिलते हैं ये शुभ फल (Achala Ekadashi 2022 Ke Upay)
1. पुरी के ज्योतिषाचार्य डॉ. गणेश मिश्र के अनुसार, अचला एकादशी पर पीपल की पूजा करने से भगवान विष्णु की कृपा मिलती है। मान्यता है कि सुबह-सुबह पीपल पर देवी लक्ष्मी का आगमन होता है। इस पेड़ की पूजा करने से धन लाभ के योग भी बनते हैं।
2. पीपल के पेड़ पर पानी में दूध और काले तिल मिलाकर चढ़ाने से पितर संतुष्ट होते हैं। इस पेड़ पर पितरों का भी वास माना गया है। इस पेड़ की पूजा करने से पितृ देवता भी संतुष्ट होते हैं।
3. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, पीपल की पूजा करने से शनि, गुरु सहित अन्य ग्रह भी शुभ फल देते हैं। ग्रंथों में बताया गया है कि शुभ तिथियों में पीपल का पेड़ लगाने से बृहस्पति ग्रह का अशुभ फल भी कम होने लगता है।
4. अचला एकादशी पर पीपल वृक्ष के नीचे मिट्टी के शिवलिंग बनाकर उसकी पूजा करने और नवग्रह शांति मंत्र का जाप करने से सभी ग्रहों की शांति होती है। ये है मंत्र-
ऊँ ब्रह्मा मुरारी त्रिपुरांतकारी भानु: शशि भूमि सुतो बुधश्च।
गुरुश्च शुक्र शनि राहु केतव सर्वे ग्रहा शांति करा भवंतु।।
5. एकादशी पर पीपल का एक पत्ता तोड़ें और उसे गंगाजल से साफ करें। अब इस पर केसर से श्रीं लिखें और देवी लक्ष्मी की प्रतिमा के सामने रखकर श्रीं मंत्र का जाप करें। बाद में इस पत्ते को अपने धन स्थान पर रख दें। इससे आपको धन लाभ के योग बन सकते हैं।
ये भी पढ़ें-
Achala Ekadashi 2022: 26 मई को 6 शुभ योग में करें ये आसान उपाय, होगा धन लाभ और हर कामना होगी पूरी
Achala Ekadashi 2022: 26 मई को इस विधि से करें अचला एकादशी का व्रत, ये हैं महत्व, शुभ मुहूर्त व कथा
Achala Ekadashi 2022: 26 मई को आयुष्मान और गजकेसरी योग में होगा एकादशी का व्रत, 3 ग्रह रहेंगे एक ही राशि में