सार

धर्म शास्त्रों के अनुसार देवी शक्ति की उपासना नवरात्रि में पूरे विधि-विधान से की जाए तो सभी सुखों की प्राप्ति होती है। शास्त्रों में विभिन्न प्रकार से देवी की पूजा के बारे में उल्लेख किया गया है।

देवी भागवत (स्कंध 11, अध्याय 12) में लिखा है कि विभिन्न प्रकार के रसों से माता को स्नान करवाया जाए तो वे अति प्रसन्न होती हैं। नवरात्रि में ये उपाय करें तो शीघ्र ही मनोकामना पूरी हो जाती है। ये उपाय इस प्रकार हैं- 

1. देवी भागवत के अनुसार, माता जगदंबिका को आम अथवा गन्ने के रस से स्नान करवाया जाए तो लक्ष्मी और सरस्वती ऐसे भक्त का घर छोड़कर कभी नहीं जातीं। वहां नित्य ही संपत्ति और विद्या का वास रहता है।
2. वेद पाठ के साथ यदि कर्पूर, अगरु (सुगंधित वनस्पति), केसर, कस्तूरी व कमल के जल से देवी को स्नान करवाया जाए तो सभी प्रकार के पापों का नाश हो जाता है तथा साधक को थोड़े प्रयासों से ही सफलता मिलती है।   
3. देवी के लिए रत्नाभूषणों का दान करने पर भक्त निश्चित ही धन-संपदा प्राप्त करता है, वह अनेक प्रकार की विशेष संपत्तियों का स्वामी होता है।
4. द्राक्षा (दाख) के रस से यदि माता जगदंबिका को स्नान करवाया जाए तो भक्तों पर देवी की कृपा बनी रहती है।
5. इसी प्रकार यदि देवी को दूध से स्नान करवाया जाए तो व्यक्ति सभी प्रकार की सुख-समृद्धि का स्वामी बनता है।