सार

पति-पत्नी की कुंडली में ग्रहों के दोष होते हैं तो वाद-विवाद स्थितियां ज्यादा बनती हैं। दोनों में से किसी एक की कुंडली में दोष होगा तब भी पति-पत्नी के झगड़े होने की संभावनाएं रहती हैं।

उज्जैन. पति-पत्नी के बीच तालमेल की कमी हो जाए तो वाद-विवाद की संभावनाएं काफी बढ़ जाती हैं। ज्योतिष के अनुसार अगर पति-पत्नी की कुंडली में ग्रहों के दोष होते हैं तो ये स्थितियां ज्यादा बनती हैं। दोनों में से किसी एक की कुंडली में दोष होगा तब भी पति-पत्नी के झगड़े होने की संभावनाएं रहती हैं। यहां जानिए उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. प्रफुल्ल भट्‌ट के अनुसार कुछ ऐसे उपाय, जिनसे वैवाहिक जीवन में सुख बढ़ सकता है...

पति-पत्नी के लिए शुभ नहीं हैं ये योग
ज्योतिष के अनुसार गुरु ग्रह को विवाह का कारक ग्रह माना गया है। विवाह का स्थान कुंडली का सप्तम स्थान होता है। कुंडली के इस स्थान में यदि सूर्य, गुरु, राहु, मंगल, शनि जैसे ग्रह हो या इस स्थान पर इनकी दृष्टि हो तो व्यक्ति का वैवाहिक जीवन परेशानियों से भरा होता है।
1. कुंडली के सप्तम भाव पर सूर्य का होना तलाक का कारण बन सकता है।
2. कुंडली में गुरु के कमजोर होने पर भी विवाह से जुड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ता है।

ये उपाय आ सकते हैं आपके काम
1. पति-पत्नी को रोज शिवजी के साथ ही मां पार्वती की भी पूजा करनी चाहिए।
2. रोज सुबह पूजा के बाद पत्नी की मांग में सिंदूर पति को लगाना चाहिए। इस उपाय से दोनों के बीच प्रेम बढ़ता है।
3. स्त्री को रोज मां पार्वती की पूजा में सिंदूर या कुमकुम चढ़ाना चाहिए। पूजा के बाद यही सिंदूर या कुमकुम अपनी मांग में भी लगाना चाहिए।
4. हर शुक्रवार पति को पत्नी के लिए कोई उपहार लाना चाहिए।
5. कुंडली में जो भी ग्रह अशुभ हो, उसके उपाय करना चाहिए।
6. हर गुरुवार केले के पौधे की पूजा करें।
7. शिवलिंग पर हल्दी की गांठ चढ़ाएं और वैवाहिक जीवन में शांति बनाए रखने की प्रार्थना करें।