सार

आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा से नवमी तिथि तक गुप्त नवरात्रि का पर्व मनाया जाता है। इस बार ये पर्व 22 जून, सोमवार से 29 जून तक मनाया जाएगा।

उज्जैन. पंचमी और षष्ठी तिथि एक ही दिन होने से इस बार गुप्त नवरात्रि 8 दिन की रहेगी। ये गुप्त नवरात्रि मां दुर्गा की साधना कर सिद्धियां प्राप्त करने के लिए बहुत ही विशेष माने जाते हैं। उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. प्रवीण द्विवेदी के अनुसार, इन नौ दिनों तक अगर कोई व्यक्ति राशि अनुसार उपाय करे, तो उसकी हर मनोकामना पूरी हो सकती है, ऐसा ग्रंथों में लिखा है। राशि अनुसार उपाय इस प्रकार हैं-

मेष राशि
इस राशि के लोगों को स्कंदमाता की पूजी करनी चाहिए। दुर्गा सप्तशती या दुर्गा चालीसा का पाठ करें।

वृषभ राशि
इस राशि के लोग देवी के महागौरी स्वरूप की पूजा करें व ललिता सहस्त्रनाम का पाठ करें।

मिथुन राशि
इस राशि के लोग देवी यंत्र स्थापित कर मां ब्रह्मचारिणी की पूजा करें। इससे इन्हें लाभ होगा।

कर्क राशि
इस राशि के लोगों को मां शैलपुत्री की उपासना करनी चाहिए। लक्ष्मी सहस्त्रनाम का पाठ भी करें।

सिंह राशि
इस राशि के लोगों के लिए मां कूष्मांडा की पूजा विशेष फल देने वाली है। दुर्गा मंत्रों का जाप करें।

कन्या राशि
इस राशि के लोग मां ब्रह्माचारिणी की पूजा करें। लक्ष्मी मंत्रों का विधि-विधान पूर्वक जाप करें।

तुला राशि
इस राशि के लोगों को महागौरी की पूजा से लाभ होता है। काली चालीसा का पाठ करें।

वृश्चिक राशि
स्कंदमाता की पूजा से इस राशि वालों को शुभ फल मिलते हैं। दुर्गा सप्तशती का पाठ करें।

धनु राशि
इस राशि के लोग मां चंद्रघंटा की आराधना करें। साथ ही उनके मंत्रों का विधि-विधान से जाप करें।

मकर राशि
इस राशि वालों के लिए मां काली की पूजा शुभ मानी गई है। नर्वाण मंत्रों का जाप करें।

कुंभ राशि
इस राशि के लोग मां कालरात्रि की पूजा करें। नवरात्र के दौरान रोज देवी कवच का पाठ करें।

मीन राशि
इस राशि वाले मां चंद्रघंटा की पूजा करें। हल्दी की माला से बगलामुखी मंत्रों का जाप भी करें।