सार

कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी को देवप्रबोधिनी एकादशी कहते हैं। मान्यता है कि इस दिन भगवान विष्णु नींद से जागते हैं। इस बार ये एकादशी 8 नवंबर, शुक्रवार को है।

उज्जैन. के ज्योतिषाचार्य पं. प्रफुल्ल भट्‌ट के अनुसार, जिन लोगों का विवाह नहीं हो रहा है, वे यदि देवप्रबोधिनी एकादशी पर कुछ विशेष उपाय करें तो उन्हें मनचाहा जीवनसाथी मिल सकता है। ये उपाय इस प्रकार हैं-

1. जिनका विवाह नहीं हो रहा है वे पूरे विधि-विधान से इस एकादशी पर तुलसी-शालिग्राम विवाह का आयोजन करें। इससे उन्हें मनचाहा जीवनासाथी मिल सकता है।
2. देवप्रबोधिनी एकादशी पर भगवान विष्णु के साथ माता लक्ष्मी का अभिषेक केसर के दूध से करें। इससे भी विवाह के योग बनते हैं।
3. इस दिन किसी गरीब परिवार की लड़की का विवाह हो रहा हो तो उसमें अपनी इच्छा अनुसार मदद करें। इससे भी भगवान प्रसन्न होंगे और आपकी इच्छा पूरी हो सकती है।
4. देवप्रबोधिनी एकादशी पर तुलसी का पौधा अपने घर में स्थापित करें और रोज उसकी पूजा करें। इससे भी आपकी मनोकामना पूरी हो सकती है।
5. सुंदर पत्नी के लिए देवप्रबोधिनी एकादशी पर इस मंत्र का जाप करें-
पत्नीं मनोरमां देहि मनोवृत्तानुसारिणीम्।
तारिणीं दुर्गसंसारसागरस्य कुलोद्भवाम्।।
6.
मनपसंद वर के लिए देवप्रबोधिनी एकादशी पर इस मंत्र का जाप करें-
हे गौरी शंकरार्धांगी। यथा त्वं शंकर प्रिया।
तथा मां कुरु कल्याणी, कान्त कान्तां सुदुर्लभाम्।।