सार
कार्तिक मास की अमावस्या को दीपावली का पर्व मनाया जाता है। इस बार ये पर्व 27 अक्टूबर, रविवार को है। इस दिन मुख्य रूप से धन की देवी माता लक्ष्मी की पूजा की जाती है।
उज्जैन. धर्म ग्रंथों में देवी लक्ष्मी के अनेक रूप बताए गए हैं। इनमें से 8 रूप जीवन का हर सुख प्रदान करते हैं। आज हम आपको देवी के उन्हीं 8 रूपों के बारे में बता रहे हैं...
1. वीर लक्ष्मी
इनकी पूजा करने से सभी प्रकार के भय से मुक्ति मिलती है और कर्ज से छुटकारा मिलता है। इनके भक्तों पर बुरी शक्तियों व तंत्र-मंत्र का बुरा प्रभाव नहीं होता।
2. गज लक्ष्मी
देवी लक्ष्मी के इस रूप की पूजा करने से जीवन में मान-सम्मान मिलता है। नौकरी में प्रमोशन या राजनीति में उच्च पद पाने के लिए इनकी पूजा करनी चाहिए।
3. संतान लक्ष्मी
माता लक्ष्मी के इस रूप की पूजा करने से संतान सुख मिलता है। संतान की लंबी आयु व उन्नति के लिए भी संतान लक्ष्मी की ही पूजा करना श्रेष्ठ रहता है।
4. धान्य लक्ष्मी
जो व्यक्ति देवी के इस रूप की पूजा करता है, उसके घर कभी धान्य (अनाज) की कमी नहीं होती। खेती करने वाले लोगों को धान्य लक्ष्मी की पूजा करनी चाहिए।
5. विजय लक्ष्मी
किसी भी काम में सफलता पाने के लिए विजय लक्ष्मी की पूजा करनी चाहिए। कोर्ट केस जीतने के लिए भी देवी के इसी रूप की पूजा श्रेष्ठ फल देती है।
6. आदि लक्ष्मी
देवी के इस रूप की पूजा करने से परिवार में सुख-शांति बनी रहती है। रोगों से मुक्ति मिलती है। दांपत्य जीवन को सुखी बनाने के लिए भी इनकी पूजा करें।
7. ऐश्वर्य लक्ष्मी
सभी प्रकार की भौतिक सुख-सुविधाओं के लिए माता लक्ष्मी की इस रूप की पूजा की जाती है। ऐश्वर्य लक्ष्मी की पूजा से आकर्षण शाक्ति भी बढ़ती है।
8. धन लक्ष्मी
धन-संपत्ति चाहने वालों को धन लक्ष्मी की पूजा करनी चाहिए। इनकी पूजा से घर में बरकत रहती है व धन की कभी कमी नहीं होती। बिजनेस में भी सफलता मिलती है।