सार
अक्सर जब लोग मंदिर जाते हैं उन्हें पुजारी भगवान के चढ़े हुए फूल प्रसाद के साथ दे देते हैं। इन्हें आशीर्वाद समझकर लोग घर ले भी आते हैं। भगवान को चढ़ाए गए जब ये फूल या हार सूख जाते हैं तो सबसे ज्यादा परेशानी इस बात की होती है कि अब उन फूलों का क्या किया जाए। हमारे शास्त्रों में इसका समाधान दिया गया है।
उज्जैन. भगवान को चढ़ाए गए जब ये फूल या हार सूख जाते हैं तो सबसे ज्यादा परेशानी इस बात की होती है कि अब उन फूलों का क्या किया जाए। कुछ अशुभ होने के डर से लोग अक्सर इन्हें फेंकते भी नहीं है। हमारे शास्त्रों में इसका समाधान दिया गया है। ग्रंथों के मुताबिक भगवान पर चढ़ाए हुए फूलों को दो-तीन तरीकों से रख सकते हैं।
पहला तरीका
- अगर आपको मंदिर से भगवान पर चढ़े हुए फूल या हार दिया जाता है तो उसे पहले घर की उस अलमारी में रखना चाहिए जिसमें आप अपने गहने और पैसे रखते हैं।
- अगर प्रसाद में फूल मिला कर दिया जाता है तो उसे तिजोरी में रख देना चाहिए। फूल सूखने पर बिखरे नहीं इसके लिए सबसे अच्छा तरीका है उसे किसी छोटी थैली, कपड़े या कागज में बांध कर रख दें।
दूसरा तरीका
- अगर आपको यात्राओं के दौरान किसी ऐसे मंदिर से फूल या हार मिले तो उस समय सबसे अधिक समस्या होती है क्योंकि यात्रा में उनको संभालकर रखना बहुत कठिन होता है।
- ऐसे में आप उन फूलों को अपने सीधे हाथ की हथेली पर रखकर सूंघें, सूंघने के बाद उसे किसी पेड़ की जड़ में रख दें या किसी सरोवर, नदी आदि में बहा दें।
- सूंघने से आप उस फूल में मौजूद सकारात्मक ऊर्जा को अपने भीतर उतार लेते हैं। उसके बाद फूल को साथ रखने की जरूरत नहीं होती।
- इस तरह आपको यात्रा के दौरान मंदिर से मिले फूल आदि को संभालने की जरूरत नहीं होगी।