सार

वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि को नृसिंह जंयती मनाई जाती है। इस बार ये पर्व 6 मई, बुधवार को है।

उज्जैन. श्रीमद्भागवत के अनुसार, नृसिंह भगवान विष्णु के ही अवतार हैं। भगवान विष्णु को लक्ष्मीपति और श्रीपति भी कहा जाता है। उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. प्रफुल्ल भट्ट के अनुसार, भगवान नृसिंह की प्रसन्नता से देवी लक्ष्मी की कृपा भी मिल सकती है। लक्ष्मी-नृसिंह मंत्र का विधि-विधान से जाप किया जाए तो धन लाभ के योग बन सकते हैं। इसके अलावा भी भगवान नृसिंह के अनेक मंत्र हैं, जिनसे हमें फायदा हो सकता है। ये मंत्र इस प्रकार हैं...

धन लाभ के लिए मंत्र- ॐ श्री लक्ष्मीनृसिंहाय नम:।
कर्ज से मुक्ति के लिए मंत्र- ऊं क्रोध नरसिंहाय नृम नम:
शत्रुओं का नाश करने के लिए मंत्र- ऊं नृम नरसिंहाय शत्रुबल विदीर्नाय नम:
रक्षा के लिए मंत्र- ऊं नृम नृम नृम परसिंहाय नम:

ऐसे करें जाप
1. नृसिंह जयंती की सुबह स्नान आदि करने के बाद भगवान नृसिंह व मां लक्ष्मी की प्रतिमा को शुद्ध जल से स्नान कराएं।
2. भोग, धूप व दीप लगाने के बाद आसन पर बैठकर अपनी इच्छा के अनुसार किसी एक मंत्र का जाप करें। कम से कम 108 बार जाप जरूर करें।
3. इस प्रकार मंत्र जाप करने से आपकी इच्छा पूरी हो सकती है और घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है।