सार
हस्तरेखा ज्योतिष के अनुसार हृदय रेखा किसी व्यक्ति के हाथों में बृहस्पति पर्वत (इंडेक्स फिंगर के नीचे) से प्रारंभ होती है।
उज्जैन. ये रेखा बुध पर्वत (सबसे छोटी उंगली के नीचे) की ओर तक जाती है। यहां जानिए हृदय रेखा की स्थिति से कौन-कौन सी बातें मालूम हो सकती हैं...
1. यदि हृदय रेखा इंडेक्स फिंगर के एकदम नीचे से शुरू हुई हो तो व्यक्ति अपने प्रेमी को पागलपन की हद तक प्रेम करता है। जिनके हाथ की हृदय रेखा मिडिल और इंडेक्स फिंगर के बीच से प्रारंभ हुई हो तो व्यक्ति शांत एवं सच्चे मन का होता है।
2. अगर ये रेखा शनि पर्वत (मिडिल फिंगर के नीचे) से प्रारंभ हुई हो तो व्यक्ति के प्रेम में वासना अधिक हो सकती है। ऐसा व्यक्ति स्वार्थी हो सकता है।
3. जिनकी हृदय रेखा गहरी लाल रंग की होती है, उनका स्वभाव थोड़ा आक्रामक हो सकता है। बहुत पतली एवं हल्के रंग की हृदय रेखा वाला व्यक्ति नीरस स्वभाव का होता है।
4. जिसके हाथ में हृदय रेखा टूटी हुई हो, वह व्यक्ति प्रेम में सफल नहीं हो पाता है। यदि किसी व्यक्ति के हाथ में दो हृदय रेखाएं हैं, वे दोष रहित हैं तो व्यक्ति भगवान का सच्चा भक्त होता है।
5. यदि मस्तिष्क रेखा और हृदय रेखा दोनों रेखाएं हथेली के एक छोर से दूसरे छोर तक हो तो वह व्यक्ति किसी की परवाह नहीं करता।