सार

इस साल दीपावली पर तिथियों को लेकर दुर्लभ योग बन रहे हैं। 25 अक्टूबर की सुबह द्वादशी तिथि और शाम को धनतेरस रहेगी।

उज्जैन. पंचांग भेद से 26 को रूप चौदस रहेगी। 27 अक्टूबर को भी सुबह रूप चौदस रहेगी और प्रदोष कालीन अमावस्या रात में होने से दीपावली 27 को ही मनेगी। मध्यप्रदेश ज्योतिष और विद्वत परिषद के अध्यक्ष पं. रामचंद्र शर्मा वैदिक के अनुसार इस वर्ष कार्तिक कृष्ण द्वादशी 25 अक्टूबर को शाम 7.09 बजे तक है।
इसके बाद धनतेरस का पर्व मनाया जाएगा। 26 अक्टूबर को कोई भी पर्व नहीं रहेगा। कुछ पंचांग में इस दिन रूप चौदस रहेगी। 26 तारीख को त्रयोदशी तिथि दोपहर 3.46 बजे तक रहेगी। 27 अक्टूबर को सूर्योदय कालीन चतुर्दशी तिथि है जो दोपहर 12.22 बजे तक रहेगी। इसके बाद में अमावस्या तिथि शुरू होगी जो 28 अक्टूबर को सुबह 9.07 बजे तक रहेगी।

अमावस्या तिथि पर मनाई जाती है दीपावली
हर साल कार्तिक मास की अमावस्या तिथि पर दीपावली मनाई जाती है। 27 अक्टूबर की सुबह रूप चतुर्दशी रहेगी और शाम को कार्तिक मास की अमावस्या तिथि में महालक्ष्मी पूजा होगी। 28 अक्टूबर को सूर्योदय काल तक अमावस्या रहेगी। 28 तारीख की सुबह 9.08 बजे के बाद कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि रहेगी, इस दिन गोवर्धन पूजा और अन्नकूट महोत्सव मनाया जाएगा। 29 अक्टूबर को भाई दूज का पर्व मनाया जाएगा।

रात में की जाती है लक्ष्मी पूजा
दीपावली पर रात में लक्ष्मी पूजा करना ज्यादा शुभ माना जाता है। इस वजह से अधिकतर लोग देर रात लक्ष्मी पूजा करते हैं। इस संबंध में मान्यता है कि जो लोग दीपावली की रात जागकर लक्ष्मी पूजा करते हैं, उनके घर में देवी लक्ष्मी का आगमन होता है और घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है।