सार

Shukra Pradosh 2022: इस बार 7 अक्टूबर, शुक्रवार को प्रदोष व्रत किया जाएगा। शुक्रवार को होने से ये शुक्र प्रदोष कहलाएगा। इस दिन भगवान शिव की पूजा विशेष रूप से की जाती है। ऐसा करने से हर मुश्किल दूर हो सकती है।
 

उज्जैन. भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए कई विशेष व्रत किए जाते हैं। प्रदोष व्रत भी इनमें से एक है। इस बार ये व्रत 7 अक्टूबर, शुक्रवार को किया जाएगा। शुक्रवार को होने से ये शुक्र प्रदोष (Shukra Pradosh 2022) कहलाएगा। धर्म ग्रंथों के अनुसार इस दिन व्रत करने से चंद्रमा से संबंधित दोष दूर होते हैं। इसलिए जिन लोगों की कुंडली में ये दोष होता है, उन्हें ये व्रत विशेष रूप से करना चाहिए। उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. प्रवीण द्विवेदी के अनुसार, इस दिन अगर कुछ खास उपाय किए जाएं तो हर परेशानी दूर हो सकती है। आगे जानिए इन उपायों के बारे में…

महामृत्युंजय मंत्र का जाप करें
प्रदोष व्रत के शुभ योग में सामने शिवलिंग या शिवजी की तस्वीर रखकर महामृत्युजंय मंत्र का विधि-विधान से करें। ये मंत्र बहुत शक्तिशाली है। इसके जाप से रोगों से आराम मिलता है और किसी भी तरह की परेशानी है तो वह दूर हो सकती है। अगर आप स्वयं ये उपाय न कर पाएं तो किसी योग्य ब्राह्मण से भी अपने नाम पर करवा सकते हैं।

शिवलिंग का अभिषेक करें
शिवपुराण के अनुसार, अलग-अलग द्रव्यों से अगर शिवलिंग की पूजा की जाए तो हर तरह का सुख मिल सकता है। उसके अनुसार, शिवलिंग पर गन्ने का रस चढ़ाएं तो धन लाभ के योग बनते हैं। शहद से अभिषेक करें तो रोगों में आराम मिलता है। गाय के शुद्ध घी से अभिषेक करने पर शारीरिक दुर्बलता दूर होती है।

शिवजी के मंदिर में ध्वज लगवाएं
अगर आपके घर के आस-पास कोई शिव मंदिर है तो वहां केसरिया ध्वज लगवाएं। अगर ध्वज पहले से लगा हो तो मंदिर के पुजारी को वो ध्वज दे दें ताकि उचित समय आने पर वो ये ध्वज लगा सके। साथ ही अपनी इच्छा अनुसार, कुछ पैसे भी मंदिर के पुजारी को दक्षिणा के रूप में दें।

रुद्राभिषेक करें
रुद्राभिषेक करने से शिवजी अति प्रसन्न होते हैं। ये उपाय घर ही किया जा सकता है। इसके लिए किसी योग्य विद्वान ब्राह्मण का चयन करें। रुद्राभिषेक के अंतर्गत खास मंत्रों से शिवलिंग का अभिषेक किया जाता है। ये बहुत अचूक उपाय है। इस उपाय को करने से घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है।

चंद्रमा की पूजा करें 
जिन लोगों की कुंडली में चंद्रमा अशुभ स्थिति में है, उन्हें शुक्र प्रदोष के शुभ योग में रात को चंद्रमा की पूजा करनी चाहिए और गाय के दूध से अर्घ्य भी देना चाहिए। इससे चंद्रमा से संबंधित दोष कम हो सकते हैं और मानसिक तनाव भी दूर हो सकता है।


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