सार

रायबरेली से कांग्रेस विधायक अदिति सिंह गांधी जयंती पर बुलाए गए विधानसभा के विशेष सत्र में शामिल हुईं। इस दौरान उन्होंने कहा, मुझे जो सही लगता है वो करती हूं। वहीं, योगी सरकार ने इन्हें वाई श्रेणी की सुरक्षा दे दी है।

लखनऊ (Uttar Pradesh). रायबरेली से कांग्रेस विधायक अदिति सिंह गांधी जयंती पर बुलाए गए विधानसभा के विशेष सत्र में शामिल हुईं। इस दौरान उन्होंने कहा, मुझे जो सही लगता है वो करती हूं। वहीं, योगी सरकार ने इन्हें वाई श्रेणी की सुरक्षा दे दी है। बता दें, महात्मा गांधी की 150वीं जयंती पर योगी सरकार ने विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया था। जिसकी शुरुआत बुधवार सुबह 11 बजे से हुई। यह सत्र 36 घंटे लगातार चलने के बाद गुरुवार को रात 11 बजे समाप्त होगा। विपक्षी दलों ने इस विशेष सत्र का बहिष्कार किया था। उनका कहना था कि राज्य सरकार सिर्फ रिकॉर्ड बनाने के लिए ऐसा कर रही है। लेकिन अदिति सिंह ने इसमें हिस्सा लिया और सदन में अपनी बात रखी। जानकारी के मुताबिक, अदिति के अलावा बसपा से अनिल सिंह और सपा से नितिन अग्रवाल भी सदन में मौजूद रहे।

अदिति सिंह का क्या है कहना
उन्होंने कहा, मैंने सदन में आपने भाषण में सिर्फ विकास और सतत विकास लक्ष्य के बारे में चर्चा की। जैसे सौर ऊर्जा और वैकल्पिक ऊर्जा के विभिन्न स्रोतों पर काम होना चाहिए। रेन वाटर समेत पानी के लिए बड़े पैमाने पर काम होना चाहिए। जो चीज मुझे सही लगी उसपर मैंने अपनी बात रखी। फिर चाहे वह धारा 370 रही हो या अन्य। 
 
पार्टी कार्रवाई के लिए तैयार हूं
कांग्रेस द्वारा विशेष सत्र के बहिष्कार पर उन्होंने कहा, मैंने पार्टी फैसले से अलग हटकर यह कदम उठाया। अब पार्टी का मेरे लिए जो भी फैसला होगा, मैं उसे स्वीकार करने के लिए तैयार हूं। मैं अपने पिता के रास्ते पर चलते हुए राजनीति करती हूं। मुझे जो सही लगता है, वही करती हूं। मैं सदन में आईं और चर्चा में हिस्सा लिया, क्योंकि मुझे ऐसा करना सही लगा। मैं पार्टी लाइन से ऊपर उठी और विकास पर बात करने की कोशिश की। यह मेरी पहली और शीर्ष प्राथमिकता है।

योगी ने विपक्ष के लिए कही ये बात
सदन की कार्यवाही शुरू होते ही सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा, विपक्ष हमेशा कहता था कि पार्टी लाइन से हटकर वो अपनी बात रख सकें। आज उसका मौका दिया गया। मुझे हैरानी है कि सरकार जब इसके लिए आगे आई है तो विपक्ष पीछे हट गया। यह बापू, सदन और गरीबों का अपमान है। वो (विपक्ष) तो दुर्योधन के समान है। जिन्होंने इतने साल गांधी के नाम पर सत्ता चलाई, उनकी जयंति पर सदन का ही बहिष्कार कर दिया, ये शर्मनाक है।