सार
ज्ञानवापी मस्जिद के परिसर में शिवलिंग मिलने के दावे के बाद पूरे देश में हिंदू समाज में खुशी का माहौल दिखा है। वहीं अयोध्या के तपस्वी छावनी में सोमवार को देसी घी के दीपक जलाकर मिठाई बांटकर खुशी का इजहार किया।
अयोध्या: उत्तर प्रदेश के वाराणसी स्थित ज्ञानवापी मस्जिद में सोमवार को सर्वेक्षण का काम पूरा हो गया। जिसके बाद परिसर में शिवलिंग मिलने के दावे के बाद काशी ही नहीं बल्कि पूरे देश में हिंदू समाज में खुशी का माहौल देखा जा सकता है। इसी क्रम में राम नगरी अयोध्या के संत समाज खुशी मनाने से पीछे नहीं हटे। दीवाली न होने के बाद भी उन्होंने उसी जोश के साथ घी के दीपक जलाए। अयोध्या के तपस्वी छावनी में सोमवार को देशी घी के दीपक जलाकर दीपावली मनाई गई। इतना ही नहीं मिठाईयां भी बांटी गई। संत समाज में खुशी का नाजरा देखा गया।
घी के दीपक जलाकर जाहिर की खुशी
रामनगरी अयोध्या के तपस्वी छावनी के पीठाधीश्वर जगतगुरु परमहंसा आचार्य ने घी के दीपक जलाकर खुशी जाहिर की। जगतगुरु आचार्य ने मुस्लिम समाज से अपील करते हुए कहा कि मैं भारत के मुसलमानों से कहता हूं कि आपने अयोध्या का फैसला देख लिया, काशी का फैसला देख लिया। अब आपको आगे आकर किसी मुगल आक्रांताओं के द्वारा जो हिंदू देवी देवताओं के मंदिरों को तोड़कर जहां-2 मस्जिद बनाई गई है। उनको हिंदूओं को देने की बात करनी चाहिए।
संत समाज ने आश्वस्त किया बाबा का मंदिर
आपको बता दें कि ज्ञानवापी मस्जिद में सर्वेक्षण के दौरान कई ऐसे साक्ष्य मिले है जो वहां भव्य मंदिर होने का प्रमाण देते हैं। इसके साथ ही सर्वे के आखिरी दिन वजू स्थल पर शिवलिंग मिलने हिंदू पक्ष दावा कर रहा है। जिसके बाद से संत समाज आश्वस्त है कि वहां पर बाबा का मंदिर था, जिसे औरंगजेब ने तोड़कर मस्जिद बनाई थी। इस पूरे मामले पर कोर्ट के निर्णय का इंतजार है लेकिन उससे पहले ही लोगों में खुशी की लहर देखने को मिल रही है।
350 सालों से संघर्ष करने के बाद मिला न्याय
अयोध्या के तपस्वी छावनी के पीठाधीश्वर जगदगुरु परमहंस आचार्य ने कहा कि लगभग 350 सालों से संघर्ष करने के बाद आज बहुसंख्यक समाज को बहुत बड़ा न्याय मिला है। कोर्ट के आदेश पर ज्ञानवापी मस्जिद की जो वीडियोग्राफी कराई जा रही थी उसमें दिव्य ज्योतिर्लिंग की प्राप्ति हुई है। आगे बोलते है कि औरंगजेब ने उस समय मंदिर तोड़कर शिवलिंग को छिपाया था। मंदिर के मलबे को तोड़कर उसने ज्ञानवापी मस्जिद का निर्माण कराया था। जिसका सच अब सबके सामने आ गया है। बाबा विश्वनाथ की आज प्राप्ति हुई है। इसी खुशी में अयोध्या की सबसे प्राचीन सिद्ध पीठ तरस्वी छावनी पर दीवाली मनाते हुए मिठाई बांटी गई।