सार
लखनऊ के एमपी एमएलए कोर्ट में सुनवाई पूरी होने के बाद बाहुबली मुख्तार अंसारी को लेकर पुलिस बांदा जेल के लिए रवाना हो गई। इस दौरान सुरक्षा के कड़े इंतजाम देखे गए। मुख्तार अंसारी को सुनवाई के लिए ही सुबह बांदा जेल से लखनऊ लाया गया था।
लखनऊ: बाहुबली पूर्व विधायक को पुलिस कड़ी सुरक्षा के बीच बांदा जेल के लिए लेकर रवाना हो गई है। इससे पहले उसे सुबह एंबुलेंस से लखनऊ लाया गया था। जहां एमपी-एमएलए कोर्ट में मुख्तार अंसारी को पेश किया गया। सुनवाई पूरी होने के बाद पुलिस उसे लेकर रवाना हो गई।
मुख्तार के काफिले की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की जा रही है। काफिले में पुलिस के अलावा मुख्तार के करीबियों की भी मौजूदगी है। यह काफिला लखनऊ के पीजीआई इलाके से होते हुए पहुंचा था। इस दौरान मुख्तार के साथ ही एंबुलेंस में कुछ वकीलों की भी मौजूदगी देखने को मिली थी। सुरक्षा को लेकर इस बीच कोई भी कोताही नहीं बरती गई औऱ पूरे इंतजाम चाक-चौबंद देखने को मिले।
मुख्तार को बांदा जेल से शिफ्ट करने की भी हो रही तैयारी
प्राप्त जानकारी के अनुसार मुख्तार अंसारी को एक बार फिर से बांदा जेल से शिफ्ट करने की तैयारी चल रही हैं। माना जा रहा है कि उसको लखनऊ जेल शिफ्ट किया जा सकता है। इसको लेकर पहले भी चर्चा देखने को मिली जब सोमवार को उसे कड़ी सुरक्षा के बीच बांदा जेल से लखनऊ ले जाया गया। कयास लगाए जा रहे थे कि उसे लखनऊ जेल में ही शिफ्ट कर दिया जाएगा।
बीते साल पंजाब से बांदा आया था मुख्तार
मुख्तार अंसारी को बीते वर्ष 7 अप्रैल को पंजाब से बांदा लाया गया था। इसके बाद से ही वह बांदा जेल की बैरक नंबर 16 में बंद है। मीडिया रिपोर्टस के अनुसार जेल में मिलाई पर रोक के बावजूद उनके बेटे, पत्नी और भाई आदि लोग आकर वहां जेल में उससे मुलाकात करते रहें। इसी बीच जब उनके करीबियों को पता लगा कि मुख्तार को बांदा से लखनऊ जेल ले जाया जा रहा तो वह सब गुपचुप ढंग से वहां पहुंच गए। इसके बाद काफिले के पास भी कई गाड़ियों में समर्थकों की मौजूदगी देखी गई।
पुलिस ने रखे कड़े इंतजाम
मुख्तार को जिस दौरान पेशी के लिए लखनऊ ले जाया गया तो रास्ते में कड़े इंतजाम देखने को मिले। जैसे ही काफिला फतेहपुर से लालगंज होते हुए लखनऊ की ओर बढ़ा तो समर्थक भी साथ में चलते रहें। जगह-जगह पुलिस की ओर से भी कड़े प्रबंध देखे गए। तकरीबन 11.15 बजे जब वाहन लालगंज से गुजरा तो भारी संख्या में लोगों की मौजूदगी वहां थी। इस दौरान मीडिया के साथ ही कुछ प्राइवेट वाहनों में मुख्तार के लोग मौजूद थे। जिसके बाद कयास लगाया गया कि यह लोग मुख्तार के समर्थक हैं।
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