सार

यूपी के जिले आगरा में एक शादीशुदा युवक ने अपनी प्रेमिका को गाड़ी से कुचलकर मार डाला। हत्या को हादसे का रूप देने के लिए उसने अपने दोस्त के साथ योजना बनाई थी। इतना ही नहीं मृतक महिला को पत्नी बताकर पुलिस से शव ले आया और अंतिम संस्कार भी कर दिया।

सैय्यद मो नवाज़

आगरा: उत्तर प्रदेश की ताजनगरी आगरा में एक शादीशुदा युवक ने अपनी प्रेमिका को गाड़ी से कुचलकर मार डाला। इसके अलावा उसने पुलिस से अपनी पत्नी बताकर शव लिया और अंतिम संस्कार भी कर दिया। इस घटना को अंजाम देने के लिए आरोपी युवक ने दोस्त का साथ लिया लेकिन बेटी का कुछ पता नहीं चलने पर पिता ने पुलिस से दोबारा जांच करने के लिए बोला तो सबके सामने सच्चाई आई। उसके बाद पुलिस ने युवक से सख्ती से जब पूछताछ शुरू की तो उसने हत्या की बात को स्वीकार कर लिया। इस दौरान उसने पुलिस को बताया कि लड़की दूसरे लड़के से फोन पर घंटों तक बात करती थी इसलिए मैंने उसकी हत्या कर दी। आरोपी ने आगे बताया कि मुझपर किसी को शक न हो इसलिए कार से कुचल दिया ताकि यह सिर्फ हादसा लगे। फिलहाल पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भजे दिया है।

बीच सड़क में घायल अवस्था में पुलिस को मिली महिला
जानकारी के अनुसार राज्य के फिरोजाबाद जिले के सिरसागंज में विनीता रहती थी। वह दिल्ली गेट के एक अस्पताल में नर्स का काम करती थी और नुनिहाई में किराए पर रहती थी। फिरोजाबाद का निवासी विजय यादव भी दिल्ली गेट पर दूसरे अस्पताल में काम करता है। दोनों की मुलाकात आसपास काम करने की वजह से हुई और कई बार एक-दूसरे से टकरा जाते थे। दोनों के बीच बातचीत शुरू हुई, जिसके बाद यह सिलसिला काफी दिनों तक चलता रहा। उसके बाद डेढ़ साल पहले उनकी बातचीत और दोस्ती अफेयर में बदल गई। रिश्ते में आने के बाद दोनों बेधड़क एक-दूसरे से मिलने लगे लेकिन यह बात दोनों के घरवालों को पता नहीं थी। 27 सितंबर की सुबह करीब तीन बजे विनीता मंडी समिति ट्रांस यमुना कॉलोनी की सर्विस रोड पर पुलिस को घायल अवस्था में मिली। उसको किसी गाड़ी ने टक्कर मारी थी। पुलिस ने तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उसकी इलाज के दौरान मौत हो गई।

बेटी की खबर नहीं मिलने पर पिता ने शुरू की तलाश
दूसरी ओर विनीता का प्रेमी विजय यादव ने चालाकी दिखाते हुए 26 सितंबर को ही थाना एत्माउद्दौला में विनीता की गुमशुदगी दर्ज करा दी थी। इस तहरीर में विजय ने विनीता को अपनी पत्नी बताया था। मृतक महिला की शिनाख्त कराने के लिए भी पुलिस प्रयास कर रही थी। जब विजय ने गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई तो पुलिस ने उसको शव की शिनाख्त करने के लिए बुलाया। जिसके बाद विजय ने विनीता के शव की पहचान अपनी पत्नी के रूप में की। इतना ही नहीं उसने शव को पुलिस से लेकर अंतिम संस्कार भी कर दिया। वहीं बेटी की कोई खबर नहीं मिलने पर पिता नवीन चंद्र पहुंचे। उन्होंने कई जगह उसके बारे में पता किया तो विजय से उसके अफेयर का पता चला। जिसके बाद उनको शक हुआ कि विजय ने ही विनीता की हत्या की है। यह बात उन्होंने पुलिस को बताई। 

प्रेमी पर हुआ था कॉल डिटेल के बाद शक
एसपी सिटी विकास कुमार ने बताया कि मृतक नर्स के पिता ने विजय पर साजिश के तहत उसकी हत्या करने का आरोप लगाया। पुलिस ने छानबीन शुरू की और सीसीटीवी की फुटेज के साथ ही विनीता और विजय की कॉल डिटेल चेक की। उसके बाद पता चला कि जिस समय उसके गायब होने की बात कर रहा था, उस समय उसकी विनीता से मोबाइल पर बात हुई थी। दोनों की फोन लोकेशन भी पुलिस को एक ही मिली। इतना ही नहीं सीसीटीवी फुटेज चेक किया तो विनीता को टक्कर मारकर भागने वाली गाड़ी का नंबर और मालिक का पता चलने के बाद पुलिस को सच्चाई का पता चला। पुलिस को विजय ने बताया कि पहले विनीता का व्यवहार ठीक था लेकिन कुछ महीने में वह किसी और से फोन पर काफी लंबी बात करने लगी। बात करने के लिए मना करता तो झगड़ा होता और जेल भिजवाने की धमकी देती थी।

आरोपी के दोस्त की तलाश कर रही पुलिस
आरोपी विजय ने पुलिस को बताया कि धमकियां देने के साथ-साथ शादी का भी दबाव बना रही थी इसलिए विनीता को रास्ते से हटाने की साजिश रची। उसने पुलिस को बताया कि बेटे का इलाज करवाना था इसलिए बेटे को गाड़ी से फिरोजाबाद से लेकर आगरा आया। उसको प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया और उसके बाद विनीता को फोन कर बुलाया। आगे कहता है कि उसके आते ही उसने गाड़ी से कुचल दिया। इस पूरे प्रकरण को लेकर एसओ विनोद कुमार का कहना है कि आरोपी प्रेमी विजय को सोमवार को झरना नाला क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया गया है। इसके साथ ही उसके दोस्त अंशुल की तलाश की जा रही है। पुलिस ने गाड़ी को भी बरामद कर लिया है। आगे कहते है कि विजय ने अपने दोस्त अंशुल के साथ मिलकर इस वारदात को अंजाम दिया था। फिलहाल पुलिस ने आरोपी विजय को गिरफ्तार कर लिया है। 

इटावा में दुकानदार की जेब से चुराए थे 45 रुपए, बुजुर्ग ने 24 साल तक लड़ा मुकदमा, सिर्फ इतने दिन की हुई सजा