सार

ताजगंज में बुधवार से शुरू होने वाली अनिश्चितकालीन बंदी के बाद पर्यटक चाय और पानी के लिए भी तरस जाएंगे। इस बीच लोगों में चिंता है कि यहां कारोबार पर ताला लगेगा या फिर एडीए आगे छूट देगा। 

आगरा: सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुपालन को लेकर एडीए द्वारा दी गई समयावधि बीतने में सिर्फ 7 दिन ही शेष बचे हैं। इस बीच लोगों की धड़कने तेज हो गई हैं। 17 के बाद क्या होगा? एडीए छूट देगा या फिर कारोबार पर ताला लगेगा इसको लेकर चिंता बढ़ती जा रही है। इसी बीच बुधवार से ताजगंज में अनिश्चितकालीन बंदी शुरू होने जा रही है। इसके चलते यहां तकरीबन 500 मीटर की परिधि में ताजमहल देखने आने वाले पर्यटकों को चाय और पानी के लिए भी तरसना पड़ जाएगा।

समय सीमा न दिए जाने के विरोध में शुरू हुआ आंदोलन
आपको बता दें कि ताज पश्चिमी गेट मार्केट एसोसिएश की जनहित याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने ताजमहल की चहारदीवारी में 500 मीटर की परिधि में व्यावसायिक गतिविधियों पर रोक लगाने का आदेश दिया था। यह आदेश 26 सितंबर को दिया गया था। इसके अनुपालन में एडीए ने क्षेत्रीय कारोबारियों को 17 अक्टूबर तक का समय व्यावसायिक गतिविधियों को बंद करने के लिए दिया था। कोर्ट की ओऱ से आदेश में कोई डेटलाइन नहीं होने की वजह से एडीए द्वारा समय सीमा तय जाने के विरोध में कारोबारियों ने आंदोलन शुरू कर दिया। सोमवार की शाम को उन्होंने ताजगंज में कैंडल मार्च निकाला। इसके बाद बुधवार को ताजगंज में अनिश्चितकालीन बंदी की जाएगी। इसको लेकर बाजार में ताजगंज डेवलपमेंट फाउंडेशन द्वारा संपर्क भी किया गया। माना जा रहा है कि बुधवार को बंदी के चलते ताजमहल आने वाले पर्यटकों को 500 मीटर की परिधि में चाय और पानी के लिए भी तरसना पड़ जाएगा।

'नहीं दी गई छूट तो काली हो जाएगी दीपावली'
इस बीच ताजगंज डेवलपमेंट फाउंडेशन के अध्यक्ष नितिन सिंह के द्वारा जानकारी दी गई कि एडीए ने अगर निर्धारित समयावधि में छूट नहीं दी तो ताजगंज के लोगों की दीपावली काली हो जाएगी। इसी के साथ एडीए को यह भी सोचना चाहिए कि 500 मीटर की परिधि में लोगों को सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर करने का समय देना चाहिए। इस बीच तमाम अन्य लोगों के द्वारा भी नाराजगी सामने आ रही है। 

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