सार
उत्तर प्रदेश में पिछले 12 दिनों से लगातार बढ़ रहे पट्रोल-डीजल के दामों ने लोगों को सोचने पर मजबूर कर दिया है। जिस पर विपक्षी दल यूपी सरकार को घेरे में लेने से नहीं चूक रहे हैं। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव अलग-अलग प्लेटफार्म के जरिए लगातार आवाज उठाते नजर आ रहे है।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में बीते 12 दिन से लगातार बढ़ रहे पट्रोल-डीजल के दामों ने लोगों को सोचने पर मजबूर कर दिया है। विपक्ष भी इसको लेकर लगातार सरकार को घेर रहा है। सपा मुखिया अखिलेश यादव इस मुद्दे को अलग- अलग प्लेटफॉर्म के जरिए लगातार उठा रहे हैं। इस बार उन्होनें ट्वीट कर 275 रुपए लीटर पट्रोल बिकने का दावा किया है। साथ ही पट्रोल-डीजल के बढ़ते दामों की गणित भी समझाई है। बता दें कि बीते 12 दिनों में 10वीं बार ईंधन की कीमतों में इजाफा दर्ज किया गया है।
अखिलेश ने ट्वीट में कही ये बात
उन्होंने ट्वीट किया, 'जनता कह रही है कि 80 पैसे प्रतिदिन या लगभग 24 रु. महीने के हिसाब से पेट्रोल के दाम यूँ ही बढ़ते रहे तो अगले जो चुनाव नवंबर-दिसंबर में होंगे, इस बीच 7 महीने में दाम लगभग 175 रु. बढ़ जाएंगे मतलब आज के 100 रु लीटर से बढ़कर पेट्रोल 275 रु. लीटर हो जाएगा। ये है भाजपाई महंगाई का गणित!' शनिवार को डीजल की कीमत भी 100 रुपये के आंकड़े को पार कर गई है।
यूक्रेन युद्ध को बताया कारण
वहीं सरकार लगातार कह रही है कि कीमतों में बढ़त के तार यूक्रेन युद्ध से जुड़े हुए हैं। रूस और यूक्रेन के बीच जारी संघर्ष को करीब 5 हफ्ते हो गए हैं। इधर, विपक्ष का कहना है कि सरकार ईंधन की कीमतें बढ़ाने के लिए उत्तर प्रदेश, मणिपुर, उत्तराखंड, गोवा औऱ पंजाब में विधानसभा चुनाव पूरे होने का इंतजार कर रही थी। भाजपा ने चार राज्यों में सरकार बनाने में सफलता हासिल की। जबकि, आम आदमी पार्टी ने पंजाब में सत्ता हासिल की।
इससे पहले यादव ने 22 मार्च को भी महंगाई को लेकर ट्वीट किया। उस दौरान उन्होंने रसोई गैस के बढ़े हुए दामों पर सरकार पर हमला बोला था। उन्होंने ट्वीट किया था, 'जनता को दिया भाजपा सरकार ने महंगाई का एक और उपहार… लखनऊ में रसोई गैस सिलेंडर हुआ हज़ार के पास और पटना में हज़ार के पार! चुनाव ख़त्म, महंगाई शुरू…' गुरुवार को कांग्रेस ने भी राष्ट्रीय स्तर पर केंद्र के खिलाफ विरोध प्रदर्शन शुरू किया है।
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