सार

कपिल सिब्बल ने समाजवादी पार्टी से राज्यसभा के लिए नामांकन दाखिल किया। अखिलेश ने उन पर दांव लगाकर एक साथ कई निशाने साधे हैं। माना जा रहा है कि कपिल सिब्बल ही अखिलेश और आजम खान के बीच दूरियां कम कराएंगे। 

लखनऊ: कांग्रेस नेता और सुप्रीम कोर्ट के वकील कपिल सिब्बल ने समाजवादी पार्टी से राज्यसभा के लिए नामांकन दाखिल किया। माना जा रहा है कि कपिल सिब्बल ही समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव और आजम खां के बीच में दूरियों को कम करवा सकते हैं। इसी के चलते सपा ने यह बड़ा दांव लगाया है। अखिलेश यादव ने एक तीर से ही कई निशाने लगा दिए हैं। उनके इस फैसले के बाद जहां एक तरफ राज्यसभा में पार्टी को बुलंद आवाज मिलेगी तो वहीं दूसरी और पार्टी के भीतर चल रही अंदरूनी राजनीति भी खत्म होगी। इसी के साथ इस कदम से कांग्रेस को भी बड़ा झटका लगेगा। ज्ञात हो कि आजम खान को सुप्रीम कोर्ट से बेल दिलाने में कपिल सिब्बल का अहम योगदान रहा था। 

कपिल सिब्बल निभाएंगे बड़ी भूमिका 
इन दिन सपा के भीतर काफी बगावती रुख दिखाई पड़ रहे हैं। शिवपाल यादव की नाराजगी के बाद आजम के तेवर भी नरम नहीं दिखाई पड़ रहे। भले ही वह जेल से बाहर आने के बाद खुलकर कुछ नहीं कह रहे हैं लेकिन उनके भीतर बहुत कुछ है जो वो दबाए बैठे हैं। आजम के जेल से बाहर आने से पहले ही कयास लगाए जा रहे थे कि वह सपा को झटका दे सकते है। हालांकि उन्होंने बाहर आने के बाद खुलकर कुछ कहा तक नहीं। ऐसे में सिब्बल के अखिलेश के साथ आने के बाद माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में वह बड़ी भूमिका अदा करेंगे। सिब्बल ही आजम औऱ अखिलेश के बीच की दूरी को खत्म करने की दिशा में अहम कड़ी बताए जा रहे हैं। 

आजम खान ने भी जाहिर की खुशी
आपको बता दें कि आजम खान 27 माह बाद जेल से बाहर आए हैं। कोर्ट में उनकी पैरवी केंद्रीय मंत्री और सुप्रीम कोर्ट के वकील कपिल सिब्बल के द्वारा की गई थी। जिसके बाद माना जा रहा है कि अखिलेश और आजम के बीच पैरवी के लिए भी उनको ही तैयार किया जा रहा है। वहीं आजम खान ने भी कपिल सिब्बल को राज्यसभा भेजे जाने पर खुशी जताई है। उन्होंने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि पार्टी सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता कपिल सिब्बल को राज्यसभा भेजती है तो यह अच्छी बात है। कपिल सिब्बल को राज्यसभा भेजे जाने की सबसे ज्यादा मुझे(आजम खान) को खुशी होगी। पहले भी आजम खान कपिल सिब्बल का आभार जता चुके हैं। इसी के साथ उन्होंने तो यह भी कहा था कि रामपुर में वह उपचुनाव भी नहीं लड़ेंगे। अगर कोई भी उम्मीदवार आता है तो उन्हें कोई दिक्कत नहीं है।

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