सार

यूपी के जिले बदायूं के अलापुर थाना क्षेत्र के जगत स्वास्थ्य केंद्र में शुक्रवार दोपहर एक महिला चिकित्सक और उसके ड्राइवर ने तांगा चालक युवक के साथ मारपीट की। दोनों ने युवक को इस कदर पीटा कि वह चक्कर खाकर बेहोश हो गया, जिसके बाद उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

बदायूं: उत्तर प्रदेश के जिले बदायूं से शर्मनाक कर देने वाला मामला सामने आया है। शुक्रवार की दोपहर महिला चिकित्सक और उसके ड्राइवर ने नाबालिग तांगा चालक की बेरहमी से पिटाई कर दी। स्वास्थ्य केंद्र पर तैनात डॉक्टर ने नाबालिग युवक को सिर्फ इसलिए मारा क्योंकि उसका घोड़ा बिदक गया और तांगा नर्स की कार से टच हो गया। कार की बॉडी में स्कैच आने पर नर्स आपा खो बैठी थी। पिटाई का वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आया है। युवक को डॉक्टर ने इस कदर पीटा कि वह चक्कर खाकर बेहोश हो गया, जिसके बाद उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

बंदर आपस में लड़ने लगे तो घोड़ा गया बिदक
जानकारी के अनुसार यह मामला शहर के अलापुर थाना के जगत सीएचसी का है। गांव कुपरी निवासी मुकेश अपने दस वर्षीय बेटे मोनू और दिव्यांग पत्नी सर्वेश कुमार को शुक्रवार करीब 12 बजे दवा दिलाने स्वास्थ्य केंद्र लाया गया था। जहां पर उसने अपनी घोड़ा गाड़ी खड़ी कर दोनों को दवा दिलाने में व्यस्त हो गया। इसी दौरान परिसर में बंदर आपस में लड़ गए इसकी वजह से मुकेश का घोड़ा बिदक गया और डॉक्टर की कार में स्क्रैच आ गए। इस बात पर डॉक्टर के ड्राइवर ने मुकेश और उसके बेटे मोनू को पीटा। बाद में डॉक्टर ने भी उसे खूब पीटा, जिससे मोनू बेहोश हो गया।

सीएचसी के होम्योपैथिक अस्पताल में तैनात है चिकित्सक
शहर के अलापुर थाना के जगत सीएचसी के होम्योपैथिक अस्पताल में तैनात महिला चिकित्सक रेनू वर्मा अपनी कार से दोपहर को सीएचसी आई थीं। इसके बाद उनकी गाड़ी ब्लाक कार्यालय के पास खड़ी थी। इसी बीच वहां से तांगा लेकर वहां गुजर रहे एक नाबालिग के तांगे में लगा घोड़ा बिदक गया और कार में खरोंच आ गई। इस पर कार के ड्राइवर ने नाबालिग को पकड़ लिया। उसके बाद डॉक्टर समेत उसके ड्राइवर ने इस नाबालिग से मारपीट शुरू कर दी। नाबालिग युवक की तबीयत भी खराब थी कि और दोनों की पिटाई के बाद वह मौके पर ही बेहोश हो गया।

गाड़ी में स्क्रैच आने पर डॉक्टर ने युवक पर निकाली सारी खीज
हालांकि वायरल हो रहे वीडियो में  महज डॉक्टर तांगा चालक को पीटती नजर आ रही हैं। नतीजतन घबराहट में उसकी हालत बिगड़ गई। उसे सीएचसी के डॉक्टर ने देखने के बाद जिला अस्पताल रेफर किया है। ऐसा बताया जा रहा है कि महिला डॉक्टर तांगा चालक से कार की मरम्मत के रुपए मांग रही थीं। नाबालिग युवक तांगा चालक  रुपये देने में असमर्थ था। जिसकी वजह से डॉक्टर ने अपनी सारी खीज उसे पीटकर निकाल दी गई। वहीं दूसरी ओर सीएमओ डॉ. प्रदीप वार्ष्णेय किसी विभागीय काम में व्यस्त रहे और अंत तक उनका फोन रिसीव नहीं हुआ है।

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