सार

बस्ती में जिला कारागार में निरुद्ध एक विचाराधीन बंदी की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत का मामला सामने आया है। मामले में जेल अधीक्षक दिलीप कुमार पांडेय को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। 

बस्ती: जिला कारागार में निरुद्ध एक विचाराधीन बंदी की संदिग्ध मौत के मामले में शासन ने एक्शन लिया है। मामले में जेल अधीक्षक दिलीप कुमार पांडेय को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। बंदी के पोस्टमार्टम के बाद सिर पर चोट लगने की पुष्टि हुई है। 

कैदी की पत्नी पर हत्या का मुकदमा दर्ज 
कोतवाली में मृतक बंदी विजय सोनवार निवासी वार्ड नंबर चार हनुमानगढ़ी नगर पंचायत हर्रैया की पत्नी की ओऱ से तहरीर दी गई। इसी तहरीर पर जेल प्रशासन के खिलाफ कोतवाली में मुकदमा दर्ज कर लिया। डीएम कार्यालय की ओर से इसकी पुष्टि की गई है। 

आर्म्स एक्ट के तहत गिरफ्तार कर भेजा गया जेल 
विचारधीन बंदी विजय को 30 मई 2022 को पुलिस ने एनडीपीएस व आर्म्स एक्ट के तहत गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था। मामले में परिजनों की ओर से आरोप लगाया गया कि पुलिस उन्हें उठाकर ले गई थी। इसके बाद ही स्मैक, गांजा, कट्टा-कारतूस के साथ गलत तरीके गिरफ्तारी दिखाई गई थी। उन्हें जेल भेज दिया गया था। आरोप है कि उनकी जेल में हुई पिटाई के चलते ही मौत हुई थी। एसपी से मामले को लेकर शिकायत की गई थी। मामले में उच्चस्तरीय जांच की भी मांग की गई है। 

पोस्टमार्टम रिपोर्ट में चोट की हुई पुष्टि
मामले में जेल अधीक्षक दिलीप पांडेय ने कहा कि विचाराधीन बंदी विजय सोनवार की शनिवार रात को तबियत बिगड़ी थी। रात में उसे दवा दी गई और सुबह जेल खुलते ही उसे त्वरित इलाज के लिए जिला अस्पताल लाया गया। हालांकि इलाज के दौरान उसे मृत घोषित कर दिया था। सीएमओ स्तर से गठित चिकित्सकों के पैनल के द्वारा पोस्टमार्टम करवाया गया। इस बीच सिर, हाथ, पैर और अन्य जगहों पर चोट की पुष्टि हुई है। 

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