सार
योगी सरकार ने 30 नवंबर तक सभी सरकारी अफसरों की छुट्टीयां कैंसिल कर दी है। इसको लेकर आदेश भी जारी कर दिया गया है। जिसमें कहा गया है कि फील्ड में तैनात पुलिस और प्रशासन के किसी भी अफसर की छुट्टी 30 नवंबर तक कैंसिल रहेगी।
लखनऊ (Uttar Pradesh). योगी सरकार ने 30 नवंबर तक सभी सरकारी अफसरों की छुट्टीयां कैंसिल कर दी है। इसको लेकर आदेश भी जारी कर दिया गया है। जिसमें कहा गया है कि फील्ड में तैनात पुलिस और प्रशासन के किसी भी अफसर की छुट्टी 30 नवंबर तक कैंसिल रहेगी। सिर्फ आपातकालीन स्थिति में ही इनकी छुट्टी स्वीकार की जाएगी। अधिकारियों को अपने मुख्यालय पर ही बने रहने का निर्देश दिया गया है। माना जा रहा है कि प्रदेश सरकार ने अयोध्या मामले को लेकर यह फैसला लिया है। बता दें, अयोध्या में धारा 144 पहले से ही लागू कर दी गई है।
छावनी में तब्दील हुआ अयोध्या
सुप्रीम कोर्ट में चल रही सुनवाई अंतिम दौर में है। बुधवार को सुनवाई के दौरान चीफ जस्टिस रंजन गोगोई ने कहा, अब बहुत हो चुका। शाम 5 बजे तक दोनों पक्ष बहस पूरी करें। माना जा रहा है कि नवंबर में अयोध्या जमीन विवाद पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला आ सकता है। वहीं, दीपोत्सव की तैयारियां भी अयोध्या में जोर शोर से चल रही है। हाल ही में यूपी के मुख्य सचिव राजेंद्र तिवारी, डीजीपी ओपी सिंह सहित कई बड़े अफसरों ने भी अयोध्या का दौरा किया। मामले की संवेदनशीलता को देखकर ऐसा लग रहा है कि अफसरों की छुट्टियां कैंसिल करने में अयोध्या बड़ी वजह है।
कुछ ऐसे हैं सुरक्षा के इंतजाम
सुरक्षा के लिहाज से अयोध्या को तीन जोन में बांटा दिया गया है। रेड जोन में विवादित स्थल की सुरक्षा है। यहां सुरक्षाबल आधुनिक हथियारों, वॉच टॉवर, ड्रोन कैमरों और सीसीटीवी से लैस हैं। अयोध्या में दाखिल होने के सभी रास्तों, घाटों और सरयू नदी के तट की निगरानी के लिए सैकड़ों सीसीटीवी कैमरे लगे हैं। अयोध्या में दाखिल होने वाले सभी प्रवेश द्वारों पर बैरिकेडिंग की गई है। सुरक्षा व्यवस्था के लिए पीएसी की 47 कंपनियां तैनात हैं। जल्द ही पीएसी की 200 कंपनियां और अर्द्धसैनिक बल और तैनात किए जाएंगे।