सार

बच्चों पर हाई टेंशन तार के गिरने से हुआ भयानक हादसा। 

बलरामपुर: बलरामपुर जिले के नया नगर प्राथमिक विद्यालय में उस वक्त हड़कंप मच गया जब मिड डे मिल का भोजन करने के बाद विद्यालय परिसर में खेल रहे बच्चों पर हाईटेंशन की लाइन टूट कर गिर पड़ी। हाईटेंशन लाइन से कुल 52 बच्चों को करंट का तेज झटका महसूस हुआ जिससे उनकी हालत बिगड़ गई। आनन-फानन में ग्रामीणों और विद्यालय शिक्षकों की मदद से उन्हें सीएचसी उतरौला व प्राइवेट नर्सिंग होंम पहुंचाया गया जहां उनका उपचार जारी है। इनमें से 4 बच्चों की स्थिति अभी भी गंभीर बनी हुई है।

खेलते वक्त हुआ हादसा 

मामला जिले के उतरौला क्षेत्र का है जहां प्राथमिक विद्यालय नया नगर में बच्चे रोज की तरह पढ़ाई का काम खत्म करने के बाद मध्यान भोजन करने के लिए इकट्ठा हुए थे। भोजन करने के बाद ही बच्चे विद्यालय के परिसर में खेल रहे थे तभी विद्यालय भवन के बगल लगे विद्युत पोल से हाईटेंशन लाइन टूट कर बच्चों पर गिर पड़ी। जिसके बाद विद्यालय परिसर में मौजूद करीब 52 बच्चों को बिजली का झटका लगा और उनकी हालत बिगड़ गई। बिजली का तार टूटने व बच्चों को करंट लगने की बात पूरे गांव में फैल गयी, जिसके बाद स्थानीय ग्रामीणों व विद्यालय में तैनात शिक्षकों की मदद से उन्हें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र उतरौला पहुंचाया गया, साथ ही बच्चों की संख्या अधिक होने के कारण कुछ बच्चों को प्राइवेट नर्सिंग होम हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया जहां सभी का उपचार जारी है। करंट की चपेट में आने 4 बच्चे गंभीर रूप से जख्मी हैं। 

जिलाधिकारी ने लिया जायजा, दिए कड़ी कार्यवाही के निर्देश 

पूरे मामले पर जिलाधिकारी कृष्णा करुणेश ने संज्ञान लेते हुए 48 घंटों के भीतर जिले के सभी प्राथमिक विद्यालयों के भवनों को चेक कराने का कड़ा निर्देश जारी किया है साथ ही जिन विद्यालयो में जलभराव की समस्या है वहां से जल निकासी तक छुट्टी करने का भी आदेश दे दिया है। विद्युत विभाग की लापरवाही पर कड़ी कार्रवाई करते हुए जिलाधिकारी कृष्णा करुणेश ने लाइन की देखरेख कर रहे संविदा कर्मी की सेवा समाप्त कर दी है साथ ही एक अन्य विद्युत कर्मचारी को सस्पेंड किया है जबकि इलाके के जेई के विरुद्ध विभागीय जांच के आदेश दे दिए हैं।पूरे मामले पर सीएम योगी ने भी संज्ञान लेते हुए जिला प्रशासन को आदेशित किया है कि बच्चों के इलाज में हरसंभव मदद की जाए साथ ही घटना में लापरवाही बरतने वाले विद्युत कर्मियों के विरुद्ध कड़ी से कड़ी कार्यवाही सुनिश्चित की जाए।