सार
सीएम ने कहा कि जिन्हें देश की संस्कृति, सभ्यता और परंपरा का ज्ञान नहीं, वे इस पावन यात्रा पर सवाल उठा रहे हैं। जो देश के दुश्मनों की भाषा बोलते हैं, उन्हें क्या पता कि गंगा आस्था के साथ अर्थ भी हैं।
प्रयागराज (Uttar Pradesh)। वाराणसी, मीरजापुर होते हुए गंगा यात्रा प्रयागराज पहुंच गई है। यहां मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आस्था के साथ ही गंगा को अर्थव्यवस्था से जोड़ने के पीएम मोदी की प्रेरणा से यह नमामि गंगे यात्रा निकाली गई है। कहा कि प्रधानमंत्री का गंगा की अविरलता और निर्मलता का संकल्प पूरा होते दिखाई दे रहा है।
गंगा अविरल ही नहीं निर्मल भी हो गई हैं
सीएम योगी ने यात्रा पर सवाल उठाने वालों को करारा जवाब भी दिया। कहा कि आज से पांच-छह साल पहले गंगा के पानी से दुर्गंध आता था, मगर अब गंगा अविरल ही नहीं निर्मल भी हो गई हैं।
जिन्हें ज्ञान नहीं वे उठा रहे सवाल
सीएम ने यह भी कहा कि जिन्हें देश की संस्कृति, सभ्यता और परंपरा का ज्ञान नहीं, वे इस पावन यात्रा पर सवाल उठा रहे हैं। जो देश के दुश्मनों की भाषा बोलते हैं, उन्हें क्या पता कि गंगा आस्था के साथ अर्थ भी हैं।
माघ मेला में संतों से की मुलाकात
माघ मेला क्षेत्र में संतों से मिलने पहुंचे। माघ मेला में श्रीराम जन्म भूमि न्यास के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास से वार्ता की। इसके बाद सीएम के सतुआ बाबा और शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती से भी मिले।
इस तरह कौशांबी जाएंगे सीएम
सीएम यहां से जल मार्ग और सड़क मार्ग से आगे की यात्रा करेंगे। खबर है कि सीएम गुरुवार को कौशांबी के कड़ा धाम के लिए रवाना होंगे। गंगा यात्रा के दौरान 7.5 किमी जल मार्ग और 172 किमी सड़क मार्ग से यात्रा करेंगे।
सुबह करेंगे गंगा स्नान
सीएम योगी सर्किट हाउस में रात्रि विश्राम करेंगे। अगले दिन गुरुवार सुबह वसंत पंचमी के अवसर पर मुख्यमंत्री का अरैल की ओर संगम स्नान का भी कार्यक्रम है।