सार
यूपी के झांसी जिले (Jhansi District) में जिलाधिकारी (District Magistrate) के पद पर तैनात यूपी कैडर (UP Cadar) के आईएएस अधिकारी रवींद्र कुमार (IAS Ravindra Kumar) एक बार फिर अपने अलग कार्यों को लेकर सुर्खियों में बने हुए हैं। आपको बता दें कि डीएम रविंद्र कुमार ने जल संरक्षण के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए “माउंट एवरेस्ट : एक्सपीरियंस द जर्नी” नाम एक पुस्तक लिखी है और इस किताब का विमोचन आज तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा ने किया है।
झांसी: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) अलग अलग जिलो में तैनात आईएएस व पीसीएस अधिकारी अक्सर अपने कार्यों को लेकर चर्चा में रहते हैं। लेकिन इसी बीच यूपी के झांसी जिले (Jhansi District) में जिलाधिकारी (District Magistrate) के पद पर तैनात यूपी कैडर (UP Cadar) के आईएएस अधिकारी रवींद्र कुमार (IAS Ravindra Kumar) एक बार फिर अपने अलग कार्यों को लेकर सुर्खियों में बने हुए हैं। आपको बता दें कि डीएम रविंद्र कुमार ने जल संरक्षण के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए “माउंट एवरेस्ट : एक्सपीरियंस द जर्नी” नाम एक पुस्तक लिखी है और इस किताब का विमोचन आज तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा ने किया है। जो कि सोशल मीडिया पर विशेष तौर पर चर्चा में बनी हुई है।
डीएम रविंद्र कुमार की हिमालय यात्रा पर आधारित है पुस्तक
आपको बताते चलें कि झांसी के जिलाधिकारी रविंद्र कुमार की ओर से लिखी गई “माउंट एवरेस्ट : एक्सपीरियंस द जर्नी” नाम पुस्तक उनकी खुद की हिमालय यात्रा पर आधारित है। डीएम रविंद्र कुमार ने जल संरक्षण के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए माउंट एवरेस्ट पर चढ़ाई की थी। वहीं, इससे पहले दलाई लामा ने इस किताब की प्रस्तावना लिख कर शुभकामनाएं दी थीं। रविन्द्र कुमार नेपाल (माउंट एवरेस्ट के दक्षिण की ओर) और तिब्बत ( माउंट एवरेस्ट के उत्तर की ओर) इन दो अलग-अलग मार्गों से माउंट एवरेस्ट पर चढ़ाई करने वाले चंद भारतीयों में से एक हैं।
पुस्तक की इस खासियत के चलते हर तरफ हो रही सराहना
झांसी के जिलाधिकारी व इस पुस्तक के लेखक रविंद्र कुमार ने अपनी इस पुस्तक की बिक्री से होने वाली रॉयल्टी भी छोड़ दी है। उनका मानना है कि उनके इस फैसले से पाठकों को आसानी से कम कीमत में यह पुस्तक उपलब्ध हो जाएगी। आपको जानकारी के लिए बता दें कि रविंद्र कुमार की किताब को सुप्रीम कोर्ट के न्यायमूर्ति विनीत सरन, भारत के मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार, बॉलीवुड अभिनेता अक्षय कुमार, गायक उदित नारायण, सुपर 30 वाले आनंद कुमार और कई अन्य लोगों से भी सराहना मिली है। पुस्तक का प्रकाशन ब्लूम्सबरी इंडिया, नई दिल्ली ने किया है। इस पुस्तक में सबसे अधिक गौर करने वाली बात यह है कि इसमें एवरेस्ट अभियान पर बनी एक शार्ट फिल्म के लिए बार कोड स्कैनर भी डाले गए हैं, जिसे कोई मोबाइल से स्कैन करके देख सकता है।
यह फोटोग्राफिक यात्रा वृत्तांत आपको लेखक रविंद्र कुमार द्वारा किए गए सिक्किम, नेपाल, लद्दाख और तिब्बत में हिमालय के कई आकर्षक स्थानों की यात्रा पर ले जाता है। इसके अलावा, यह समृद्ध जैव विविधता और रास्ते में विद्यमान सांस्कृतिक जीवंतता के साथ सुरम्य पहाड़ों और आश्चर्यजनक परिदृश्यों की झलक प्रदान करता है। मनोरम छवियों, सटीक मार्ग मानचित्रों और कहानी की तरह स्पष्ट विवरण के माध्यम से चित्रित, यह पुस्तक आपको अलौकिक सुंदरता के स्थानों तक पहुंचाती है।
2013 में दुनिया की सबसे ऊंची चोटी की थी फतह
डीएम रविंद्र कुमार ने अपने पहले प्रयास में 19 मई, 2013 को दुनिया की सबसे ऊंची चोटी फतह की थी। वह 2015 में फिर से चोटी पर चढ़ गए। इसी के साथ आपको बताते चलें कि 2011 बैच के आईएएस अधिकारी कुमार का जन्म और पालन-पोषण बिहार के बेगूसराय जिले के एक किसान परिवार में हुआ था।