सार
गोरखनाथ मंदिर के मुख्य गेट पर सुरक्षा में तैनात पीएसी के दो जवानों पर रविवार की देर शाम धारदार हथियार लेकर एक सिरफिरे ने हमला कर दिया। ताबड़तोड़ प्रहार कर उसने दोनों जवानों को गंभीर रूप से घायल कर दिया और 10 मिनट तक वहां तैनात सुरक्षाकर्मियों से जूझता रहा। लोगों की मदद से सुरक्षाकर्मियों ने हमलावर को धर दबोचा। इस दौरान वह भी घायल हो गया।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के जिले गोरखपुर में रविवार की देर शाम एक सिरफिरे ने गोरखनाथ मंदिर के मुख्य गेट पर सुरक्षा में तैनात पीएसी के दो जवानों पर हमला कर दिया था। उसके प्रहार से दोनों जवान गंभीर रुप से घायल हो गए। उसके बाद लोगों की मदद से उस सिरफिरो को पुलिसकर्मियों ने धर दबोचा, इस दौरान वह भी घायल हो गया। इस घटना के बाद से पुलिस के साथ ही खुफिया एजेंसियां पूरी तरह से चौकन्ना हो गया है। साथ ही डिप्टी सीएम ने इस घटना को निंदनीय बताते हुए जांच के लिए निर्देश दिए जा चुके है, इसकी जानकारी दी।
सुरक्षाकर्मियों पर हमले का प्रयास अत्यंत दु:खद
गोरखनाथ मंदिर के मुख्य गेट पर हुए हमले को लेकर डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने शोक जताते हुए बताया कि इस घटना को लेकर जांच के निर्देश दे दिए है। डिप्टी सीएम केशव ने ट्वीट कर कहा कि गोरखनाथ मंदिर में अवैध रूप से घुसने एवं सुरक्षाकर्मियों पर हमले का प्रयास अत्यंत दु:खद एवं निंदनीय है। प्रदेश सरकार ने इस घटना की जांच करने के निर्देश दिए हैं।
एसएसपी साथ एसपी सिटी व एटीएस टीम पहुंची अस्पताल
रविवार की शाम पर हुई इस घटना के बाद से पुलिस के साथ-साथ खुफिया एजेंसियां चौकन्ना हो गई है। सुरक्षाकर्मियों पर हुए हमलावर का पता चलते ही अब्बासी नर्सिंग होम पुलिस छावनी में बदल गया। क्योंकि अस्पताल में एसएसपी के साथ एसपी सिटी व एटीएस की टीम ने देर रात तक स्वजन से मोहम्मद मुर्तजा अब्बासी के बारे में पूछताछ की। घटनास्थल पर बैग में मिले लैपटाप, मोबाइल को कब्जे में लेकर फॉरेंसिक, साइबर व सर्विलांस के एक्सपर्ट जांच कर रहे है। अधिकारियों का कहना है कि जांच के बाद ही स्थिति स्पष्ट कर सकते हैं।
लैपटाप व मोबाइल को लेकर एटीएस ने शुरु की जांच
गोरखनाथ मंदिर में सुरक्षाकर्मियों पर हुए हमले की खबर मिलते ही डीआइजी, एसएसपी के साथ ही शहर के सभी सीओ व थानेदार मंदिर पहुंच गए। हमलावर मोहम्मद मुर्तजा अब्बासी को पकड़े जाने के बाद उसकी जेब से मोबाइल फोन, आधार, पैन कार्ड व एयर टिकट मिला है। उसके कुछ देर बाद ही गेट पर काले रंग का लावारिस बैग भी मिला। बहुत ही सतर्कता के साथ बम स्काड की टीम ने बैग को कब्जे में लेकर खोला तो उसमें लैपटाप व दांव (धारदार हथियार) मिला। जिससे पुलिस ने अपने कब्जे में कर लिया है। इस बैग को लेकर पहले यह अनुमान लगाया जा रहा था कि यह बैग किसी दूसरे व्यक्ति का है जो मुर्तजा के पकड़े जाने पर छोड़कर भागा है। लेकिन छानबीन में स्पष्ट हुआ कि यह बैग मोहम्मद मुर्तजा अब्बासी का है। एटीएस के साथ ही क्राइम ब्रांच व सर्विलांस की टीम मोबाइल व लैपटाप को कब्जे में लेकर छानबीन कर रही है।
खुफियां एजेंसियों के साथ-साथ एटीएस भी करेंगी बात
पुलिस के साथ-साथ एटीएस व खुफिया एजेंसियां उन सभी लोगों से बातें करेंगी जिनसे मुर्तजा की फोन पर हुई थी। देर रात कब्जे में लिए गए मोबाइल नंबर का पूरा कॉल डिटेल मंगा लिया गया है। गोरखनाथ मंदिर में सुरक्षाकर्मियों पर हमले से पहले मुर्तजा की बात किन-किन लोगों से हुई है इसकी जानकारी पर पुलिस ने कोई जवाब नहीं दिया है। आपको बता दे कि इस समय गोरखनाथ मंदिर की सुरक्षा में एक सीओ, एक इंस्पेक्टर, एक एएसपी, दो कंपनी एक प्लांटून पीएसी, 135 कांस्टेबल, 140 होमगाडऱ् सहित कुल छह सौ पुलिसकर्मी सुरक्षा में लगे हैं। एलआइयू के साथ ही डाग व बम स्क्वाड की टीम भी मंदिर के सामने गेट पर मुस्तैद रहती है।
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