सार
यूपी के आगरा में पुलिस ने एक सेक्स रैकेट का भंडाफोड़ किया था। इस गैंग की सरगना समेत 7 लोगों को जेल भेज दिया गया था। पुलिस ने बताया कि आरोपियों के मोबाइल को जांच के लिए विधि विज्ञान प्रयोगशाला भेजा जाएगा।
आगरा: उत्तर प्रदेश की आगरा जिले पुलिस द्वारा पकड़े गए सेक्स रैकेट की सरगना रोशनी के खिलाफ अदालत में चार्जशीट दाखिल कर दी गई है। बता दें कि कई बड़े होटलों तक पुलिस की जांच पहुंची है। होटल में लड़कियों के नाम पर ऑनलाइन कमरे बुक किए जाते थे। इस दौरान कस्टमर भी ऑनलाइन ही डील किए जाते थे। 2 हजार से लेकर 25 हजार तक के रेट तय किए जाते थे। थाना न्यू आगरा पुलिस ने बीते 4 अगस्त को एक कार में चार युवकों और एक युवती को पकड़ा था। पुलिस पूछताछ में युवती ने जानकारी देते हुए बताया था कि वह आगरा में बुकिंग पर आई है। जिस्मफिरोशी गैंग की सरगना रोशनी ने उसे बुलाया था। उसने पुलिस को बताया कि हरी पर्वत स्थित होली डे इन होटल में वह दो अन्य युवतियों के साथ रुकी थी।
बड़े होटलों को बनाया था जिस्मफिरोशी का अड्डा
मामले की जानकारी होने पर पुलिस ने युवती द्वारा बताए गए होटल में दबिश दी थी। जिसके बाद पुलिस ने तीनों को गिरफ्तार कर लिया था। इस मामले पर मुकदमा दर्ज करने के बाद पुलिस ने 8 आरोपियों को जेल भेज दिया गया था। इसके बाद मामले की जांच सीओ छत्ता सुकन्या को सौंपी गई थी। जिसके बाद जांच के दौरान मामले में कई चौंकाने वाले खुलासे हुए थे। जांच में सामने आया कि जिस्मफिरोशी का धंधा करने वाले सरगना ने शहर के 6 बड़े होटलों को अपना अड्डा बना रखा था। इन होटलों में बाहर से लड़कियां बुलाई जाती थी और फिर उन्हीं के नाम पर कमरे भी बुक किए जाते थे। गैंग की सरगना से होटल कर्मचारियों की पहले से ही पूरी सेटिंग रहती थी। इस दौरान होटल में कई-कई दिनों तक लड़कियां रुकती थीं।
गैंग में शामिल थी विदेशी लड़कियां
कस्टमर की डिमांड पर लड़कियों की फोटो वॉट्सएप पर शेयर की जाती थीं। कस्टमर फोटो देखकर जिस लड़की को पसंद करता था, उसकी बुकिंग कंफर्म हो जाती थी। इसके बाद कस्टमर को गेस्ट बनाकर होटल लाया जाता था। ज्यादातर दिल्ली और महाराष्ट्र की लड़कियां होटल में लाई जाती थीं। इतना ही नहीं इस गैंग में कई विदेशी लड़कियां भी शामिल थीं। पुलिस जांच में गैंग की सरगना रोशनी नागवानी के अलावा अन्य तीन युवतियों और चार युवकों के नाम सामने आए हैं। इन सभी को जेल भेजा गया था। जिनमें से रोशनी और एक अन्य युवती जेल में अभी भी बंद हैं। वहीं रोशनी ने अपनी जमानत के लिए हाइकोर्ट में प्रार्थना पत्र भी दिया था। जिसे कोर्ट ने खारिज कर दिया था। इसके अलावा पुलिस सभी आरोपियों के मोबाइल को जांच के लिए विधि विज्ञान प्रयोगशाला भेजा जाएगा। बताया जा रहा है कि इससे पुलिस के हाथ कई अहम सुराग लग सकते हैं।