सार

उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारियों के सिलसिले में मुख्य निर्वाचन आयुक्त सुशील चन्द्र के नेतृत्व में केन्द्रीय निर्वाचन आयोग की एक टीम मंगलवार को तीन दिवसीय दौरे पर यूपी आएगी। अधिकृत सूत्रों ने बताया कि चुनाव की तैयारियों के सिलसिले में 28 से 30 दिसंबर तक चुनाव आयोग की टीम लखनऊ में रहेगी।
 

लखनऊ: उत्तर प्रदेश में वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव (UP Vidhansabha chunav 2022) की तैयारियां परखने के लिए भारत निर्वाचन आयोग (election commission) मंगलवार 28 दिसंबर को तीन दिवसीय दौरे पर लखनऊ (Lucknow) आ रहा है। पहले दिन 28 दिसंबर को शाम चार बजे से आयोग राजनीतिक दलों (Political parties) के प्रतिनिधियों के साथ बैठक कर उनसे जानकारी लेगा। इसके बाद सवा छह बजे से मुख्य निर्वाचन अधिकारी, पुलिस के नोडल अधिकारी व केंद्रीय पुलिस बल के नोडल अधिकारी के साथ बैठक होगी। शाम साढ़े सात बजे से चुनाव आयोग विभिन्न प्रवर्तन इकाइयों के साथ बैठक कर स्थिति की समीक्षा करेगा।

चुनाव तारीखों की घोषणा से पहले चुनाव आयोग संबंधित राज्यों में जाकर वहां राजनीतिक दलों, शासन और प्रशासन से तैयारियों की जानकारी एकत्र करता है। इसी के तहत चुनाव आयोग उत्तर प्रदेश की चुनाव तैयारियां परखने मंगलवार को लखनऊ आ रहा है। इसमें मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा, चुनाव आयुक्त राजीव कुमार व अनूप चन्द्र पांडेय, सेक्रेटरी जनरल उमेश सिन्हा सहित कुल 13 वरिष्ठ अफसरों की टीम शामिल है। आयोग की टीम दिन में करीब ढाई बजे लखनऊ पहुंचेगी।

कल जिलों के अफसरों के साथ होगी बैठक
चुनाव आयोग दूसरे दिन यानि 29 दिसंबर को कमिश्नर, डीएम, आइजी, एसएसपी, एसपी आदि अफसरों के साथ बैठक कर निष्पक्ष चुनाव की तैयारियों को देखेगा। सुबह साढ़े नौ बजे से दोपहर डेढ़ बजे तक आठ मंडलों के सभी अधिकारियों के साथ समीक्षा होगी। इसके बाद दिन में तीन बजे से रात नौ बजे तक बचे हुए 10 मंडलों के अफसरों के साथ समीक्षा होगी।

मुख्य सचिव और डीजीपी के साथ होगी बैठक
इसके बाद अंतिम दिन 30 दिसंबर को प्रदेश के मुख्य सचिव राजेंद्र कुमार तिवारी व डीजीपी मुकुल गोयल के साथ बैठक होगी। इसी दिन चुनाव आयोग दोपहर 12 बजे से पत्रकार वार्ता कर स्थिति की जानकारी देगा। अपने तीन दिवसीय दौरे में चुनाव आयोग प्रदेश में संवेदनशील व अति संवेदनशील पोलिंग बूथों व इनमें की गई व्यवस्था की भी जानकारी लेगा। प्रदेश में लाइसेंस हथियारों की संख्या व इन्हें जमा कराने के संबंध में अफसरों से पूछेगा।