सार

सपा के संस्थापक रहे मुलायम सिंह यादव के लिए आज उनके पैतृक गांव सैफई में उनके आवास पर शांति यज्ञ का आयोजन हो रहा है। इस कार्यक्रम में नेताजी का पूरा परिवार शामिल रहेगा और शांति हवन के बाद मेला ग्राउंड में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन भी होगा।  

इटावा: उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समजावादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव की आत्मा शांति के लिए शुक्रवार यानी 11वें दिन शांति पाठ का आयोजन उनके पैतृक गांव में किया जा रहा है। काफी लंबे समय से यहां तेरहवीं नहीं मनाई जाती और इसी वजह से नेताजी के बेटे अखिलेश यादव शांति पाठ के बाद आज 13 ब्राह्मणों को भोज भी कराएंगे। नेताजी की मौत के तेरह दिन बाद कोई सार्वजनिक भोज का आयोजन नहीं किया जाएगा। ऐसा बताया जा रहा है कि शांति पाठ के आयोजन और ब्राहमणों को भोज खिलाने के बाद मेला ग्राउंड पर श्रद्धांजलि सभा का भी आयोजन किया जाएगा। शांति यज्ञ में पत्नी डिंपल यादव, चाचा शिवपाल यादव, भाई प्रतीक यादव आदि समेत पार्टी के कार्यकर्ता कार्यक्रम में शामिल है। इस वजह से सुबह से ही सैफई यादव परिवार के करीबियों और रिश्तेदारों का आना जाना शुरू हो चुका है।

भोज में मट्ठे के आलू, कद्दू की सब्जी जाएगी परोसी 
नेताजी के पंचतत्व में विलीन होने के बाद 11वें दिन शांति यज्ञ अनुष्ठान हो रहा है, जिसमें 11 ब्राह्मणों के अलावा 2000 लोगों के भोज का प्रबंध किया गया है। इन सभी लोगों के लिए दो जगह पर भोज का खाना तैयार किया जा रहा है। मुलायम सिंह यादव के बड़े भाई अभयराम यादव के घर पर सभी के लिए भोज तैयार किया जा रहा है। इसके अलावा यादव परिवार की कोठी पर 13 ब्राह्मणों का खाना तैयार हो रहा है। भोज में पूडडी, कद्दू की  सब्जी, मट्ठे का आलू और इमरती या बूंदी को परोसा जाएगा। ऐसा बताया जा रहा है कि भोज तैयार करने वाले कारीगकर आगरा से आए हुए हैं।

समर्थकों के जुटने की वजह से प्रशासन ने की तैयारी
शांति पाठ के कार्यक्रम को देखते हुए इटावा प्रशासन ने भी पूरी तैयारियां पूरी कर ली है। इस मौके पर बड़ी तादात में मुलायम समर्थकों के सैफई में जुटने की उम्मीद के चलते सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। सैफई में कोठी पर भीड़ न लगे इसलिए जो परिवार के करीबी हैं उन्हें कोठी तक भेजा जाएगा और बाकी लोगों को मेला ग्राउंड में डायवर्ट किया जाएगा। नेताजी के आवास पर जमावड़ा ना लगे इसके लिए दर्जनों स्थानों पर पार्किंग पॉइंट भी बनाए गए हैं, जहा लोग अपनी गाड़ियां पार्क करेंगे, उसके बाद पैदल आगे बढ़ेंगे। 

गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में हुआ था नेताजी का निधन
बता दें कि दस अक्टूबर को गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में मुलायम सिंह यादव का निधन हो गया था। 82 साल के नेताजी काफी लंबे समय से बिमारियों से जूझ र हे थे। दो साल से मुलायम ब्लड प्रेशर और यूरिन इन्फेक्शन जैसी बीमारियों से परेशान थे। पिता की मौत की खबर अखिलेश यादव ने समाजवादी पार्टी के ट्विटर हैंडल पर दी थी। उसके बाद उनके पार्थिव शरीर को सैफई लाया गया था। जिसके बाद अगले दिन 11 अक्टूबर को लाखों की भीड़ उन्हें श्रद्धांजलि देने सैफई पहुंची थी। नेताजी के पंचतत्व में लीन होने के अगले दिन ही अखिलेश यादव ने शुद्धि संस्कार करवाते हुए अपने बाल मुंडवा दिए।

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