सार
यातायात नियमों में सख्ती के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने यूपी में सड़कों की स्थिति को लेकर बड़ा फैसला लिया है। लोक भवन में सभी विभागों के साथ बैठक के बाद सीएम ने कहा, खराब सड़क निर्माण और मरम्मत के लिए जिम्मेदार ठेकेदार के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर सख्त कार्रवाई की जाए।
लखनऊ (Uttar Pradesh). यातायात नियमों में सख्ती के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने यूपी में सड़कों की स्थिति को लेकर बड़ा फैसला लिया है। लोक भवन में सभी विभागों के साथ बैठक के बाद सीएम ने कहा, खराब सड़क निर्माण और मरम्मत के लिए जिम्मेदार ठेकेदार के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर सख्त कार्रवाई की जाए।
15 नवंबर तक दी डेडलाइन
बैठक में सीएम ने सड़कों की मरम्मत एवं गड्ढामुक्ति की स्थिति की समीक्षा की। उन्होंने इस साल 15 नवंबर 2019 तक प्रदेश में सभी सड़कों के मरम्मत का काम पूरा करने के लिए निर्देश दिए हैं। प्रदेश के सभी डीएम और पीडब्ल्यूडी के प्रमुख सचिव को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कर आवश्यक दिशा-निर्देश देने के लिए निर्देश भी दिए गए हैं। साथ ही एनएचएआई के अफसरों को इस संस्था के अन्तर्गत आने वाले राजमार्गों की मरम्मत काम जल्द पूरा करने के लिए कहा गया है। यूपीडा के सीईओ को पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे को समयबद्धता के साथ पूरा करने के निर्देश दिए गए।
जांच कर दोषियों के खिलाफ होगी कार्रवाई
यही नहीं, सीएम योगी ने सड़क मरम्मत और निर्माण के कार्य से जुड़े विभागों द्वारा जारी किए गए टेंडर का ऑडिट और जांच कराने के भी निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा, शिकायतें मिल रही हैं कि कुछ जिलों जैसे देवरिया, बस्ती में काम नहीं होने के बावजूद धनराशि अवमुक्त कर दी गई। ऐसे मामलों की जांच की जाए। दोषियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर सख्त कार्रवाई की जाए।