सार

नागरिकता संशोधन कानून को लेकर यूपी के कई जिले हिंसा की आग में जल रहे हैं। राजधानी लखनऊ में गुरूवार को हुई खतरनाक हिंसा व आगजनी में अब पुलिस के नींद टूटी है। पुलिस घटना के मास्टरमाइडों को तलाशने में लगी हुई है

लखनऊ(Uttar Pradesh ). नागरिकता संशोधन कानून को लेकर यूपी के कई जिले हिंसा की आग में जल रहे हैं। राजधानी लखनऊ में गुरूवार को हुई खतरनाक हिंसा व आगजनी में अब पुलिस के नींद टूटी है। पुलिस घटना के मास्टरमाइडों को तलाशने में लगी हुई है। इसके लिए पुलिस ने तमाम संदिग्ध सोशल मीडिया एकाउंट्स की कुंडली खंगालना शुरू कर दिया है। पुलिस ने गुरूवार को हुए बवाल की साजिश रचने के आरोप में एक पूर्व आईपीएस को गिरफ्तार भी किया है। 

राजधानी में लखनऊ में गुरूवार को हिंसा की आग अचनाक भड़क उठी। CAA के विरोध में प्रदर्शन कर रहे हजारों लोग सड़क पर उतर गए और जमकर कहर ढाया। कई गाड़ियों को आग के हवाले करने के साथ ही मीडिया व पुलिस की गाड़ियां भी आग के हवाले कर दी गई। बवाल के बाद ये माना गया कि उपद्रवी लखनऊ के बाहर से बुलाए गए थे। लखनऊ पुलिस अब इस मामले की तहकीकात में लगी हुई है। इस घटना के पीछे किन लोगों का दिमाग था अब पुलिस उनकी कुंडली खंगाल रही है। 

पूर्व आईपीएस को किया गया गिरफ्तार 
पुलिस ने CAA के विरोध में भड़की हिंसा की साजिश रचने के आरोप में पूर्व आईपीएस एसआर दारा को गिरफ्तार किया है। पुलिस को कॉल डिटेल व सोशल मीडिया एकाउंट्स की पड़ताल में पूर्व आईपीएस के खिलाफ कुछ सबूत मिले थे। पुलिस पूर्व आईपीएस को गिरफ्तार कर उससे पूंछताछ कर रही है। उसे आलावा कुछ स्थानीय सपा नेता भी पुलिस की रडार पर हैं। सपा के जिलाध्यक्ष के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज किया गया है। 

वकीलों ने की उपद्रवियों की पिटाई 
पुलिस ने मामले में 150 से अधिक लोगों को गुरूवार की देर शाम तक गिरफ्तार कर लिया था। शुक्रवार की दोपहर पुलिस उन्हें कोर्ट में पेश करने के लिए ले गई थी। उपद्रवियों को देखते ही वकील आक्रोशित हो गए जिसके बाद वकीलों ने उपद्रवियों की पिटाई शुरू कर दिया। वकीलों ने उपद्रवियों को जमकर पीटा। किसी तरह वकीलों के छुड़ाकर पुलिस उन्हें कोर्ट में पेश कर पाई। 

इंटरनेट पर रोक,बाजारों में बंदी जैसे हालात 
अफवाहों पर लगाम लगाने के लिए अगले आदेश तक राजधानी में इंटरनेट बंद कर दिया गया है। इंटरनेट बंद होने से काफी कामकाज प्रभावित हुआ। सरकारी दफ्तर व बैंकें खुली रही लेकिन कामकाज न के बराबर हुआ। गुरूवार को हुई हिंसा का आमजनजीवन पार काफी असर दिखा। शुक्रवार को भी ज्यादातर लोगों ने घरों से निकलने में परहेज किया। इसके आलावा परीक्षाएं रद्द करते हुए स्कूल भी बंद रखने के आदेश दिए गए हैं।