सार
दिल्ली की ओर जाने वाले वाहन चालक ज्यादातर एलिवेटेड रोड का इस्तेमाल करते हैं। इस पर टोल लगाने की तैयारी की जा रही है। सर्वे के बाद इसको लेकर फैसला किया जाएगा।
गाजियाबाद: मेरठ, गाजियाबाद से दिल्ली की ओर एलिवेटेड से सफर जल्द ही आपकी जेब पर और भी अधिक बोझ डाल सकता है। दरअसल यहां से गुजरने वाले वाहन चालकों को टोल टैक्स चुकाना पड़ेगा। इसको लेकर गाजियाबाद विकास प्राधिकरण ने प्रक्रिया की शुरुआत भी कर दी है। हालांकि यह टोल को सीधे न थोपकर सर्वे करवाने के बाद फैसला लिया जाएगा। वहीं इस पूरे काम को लेकर संभावनाएं यह भी जताई जा रही है कि यह दो माह में पूरा हो सकता है।
टोल राशि अधिक न करने पर विचार
आपको बता दें कि राजनगर एक्सटेंशन की ओर से दिल्ली जाने वाले वाहन चालकर एलिवेटेड रोड का इस्तेमाल करते हैं। इसी के चलते करहेड़ा से यूपी गेट तक 10.3 किलोमीटर लंबी रोड पर जीडीए ने टोल लगाने को लेकर मंथन शुरू कर दिया है। टोल लगाने के साथ ही कई अहम बिंदुओं पर भी विचार किया जा रहा है। जिससे जनता पर अधिक बोझ न पड़े। टोल को लेकर मुख्य अभियंता विवेकानंद सिंह के बताया कि इसकी संभावनाओं पर विचार किया जा रहा है लेकिन इसके लिए सर्वे के आदेश दिए गए हैं। लोगों पर इसका ज्यादा बोझ न पड़े इसलिए टोल राशि को अधिक नहीं रखा जाएगा।
2018 में हुआ था शुरू
एलिवेटेड रोड को 2018 में शुरू किया गया था। इसके बाद 2019 में जीडीए ने टोली वसूली की योजना पर काम भी शुरू कर दिया था। हालांकि भाजपा नेताओं के विरोध के बाद उस समय टोल लगाने के प्रस्ताव को रोक दिया गया था। आंकड़ों की बात की जाए तो रोजाना तकरीबन 40,000 वाहन यहां से गुजरते हैं। 100 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से वाहन गुजर सके इसी को ध्यान में रखकर डिजाइन को बनाया गया था। इसके लिए प्राधिकरण ने 700 करोड़ का लोन भी लिया था। इसी को चुकाने के लिए टोल पर विचार किया जा रहा है।
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