सार

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को एक सामूहिक विवाह समारोह के दौरान परिणय सूत्र में बंधने वाले जोड़ों को आशीर्वाद दिया। इस दौरान उन्होंने कहा कि बाल विवाह, दहेज जैसी कुरीतियों को खत्म करने का संकल्प लेने का आग्रह किया है। 

गोरखपुर: उत्तर प्रदेश के जिले गोरखपुर में सोमवार को मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना का भव्य समारोह चंपा देवी पार्क में आयोजित हुआ। इस सामूहिक वैवाहिक समारोह में आशीर्वाद देने के लिए जनप्रतिनिधि और प्रशासनिक अधिकारी मेजबानी की तो वहीं, इन नए जोड़ों को आशीर्वाद देने खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी पहुंचे। इस दौरान हजार से अधिक जोड़ों को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आशीर्वाद दिया और लोगों से सामूहिक रूप से बाल विवाह और दहेज जैसी कुरीतियों को समाप्त करने का संकल्प लेने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि दहेज मुक्त शादियों, सामूहिक विवाह कार्यक्रमों से जुड़कर हम सभी दहेज कुप्रथा व इससे जुड़ी अन्य कुरीतियों के समाधान में अपना योगदान दे सकते हैं। वर-वधु के साथ दोनों पक्ष से आमंत्रित लोगों का सहभोज भी आयोजित हुआ।

डबल इंजन सरकार बिना भेदभाव के कर रही है काम
सामूहिक विवाह समारोह में शामिल हुए सीएम योगी ने कहा कि आज विवाह पंचमी है और शुभ दिन पर भगवान राम और माता जानकी का विवाह संपन्न हुआ। इस पवित्र दिन पर इतने सारे जोड़ों का विवाह देखना हमारा सौभाग्य है। उन्होंने आगे कहा कि सामूहिक विवाह का हिस्सा बनकर, प्रत्येक व्यक्ति को हमारे समाज में मौजूद सामाजिक बुराइयों को रोकने में योगदान देना चाहिए। आगे कहते है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में डबल इंजन की सरकार बिना किसी भेदभाव के समाज के हर वर्ग को लाभान्वित करने के लिए प्रतिबद्धता और ईमानदारी से काम कर रही है।

14 नवविवाहितों को सीएम योगी ने दिए प्रमाण पत्र
मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने कहा कि पीएम मोदी द्वारा साल 2014 में सबका साथ, सबका विकास का मंत्र आज राज्य में दिखाई दे रहा है। उन्होंने सरकार के कल्याणकारी कामों को गिनाते हुए राज्य में एक करोड़ परिवारों को वृद्धावस्था, निराश्रित और विकलांग पेंशन योजनाओं का लाभ मिल रहा है। करीब 15 करोड़ लोगों को महामारी के बाद से मुफ्त राशन की सुविधा मिल रही है। सामूहिक कार्यक्रम में शादी करने वाले जोड़ों में सभी धर्मों और जातियों के लोग शामिल थे। मुख्यमंत्री ने अल्पसंख्यक समुदाय के दो जोड़ों सहित 14 नवविवाहितों को प्रमाण पत्र और उपहार भी भेंट कर उनसे बातचीत भी की।

साल 2017 में लागू हुई थी मुख्यमंत्री सामूहिक योजना
बता दें कि महिला समर्थक, ग्रामीण समर्थक और गरीब समर्थक पहल पर राज्य सरकार के अंतर्गत गोरखपुर में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत सामूहिक विवाह कार्यक्रम का आयोजन किया गया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जोड़ों को अपनी शुभकामनाएं देते हुए कहा कि साल 2017 में लागू की गई सामूहिक विवाह योजना यह सुनिश्चित करने के लिए थी कि आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग की बेटियों की शादी सम्मानजनक तरीके से हो। इस योजना के तहत प्रत्येक जोड़े की शादी के लिए पहले 31 हजार रुपये की राशि तय की गई और फिर इसे बढ़ाकर 51 हजार रुपये कर दिया गया। उन्होंने कहा कि अब तक लगभग दो लाख शादियां सफलतापूर्वक संपन्न हो चुकी हैं।

5 मौलवी और विवाह के लिए आए थे 15 पंडित
सामूहिक विवाह कार्यक्रम में 31 जोड़े मुस्लिम समाज से हैं। निकाह कराने के लिए 5 मौलवी और विवाह कराने के लिए 15 पंडित मौजूद रहें। उन्होंने सभी का निकाह सम्पन्न कराने के बाद निकाहनामा भी तुरंत तैयार किया। सामूहिक विवाह स्थल पर 250 से अधिक बेदी बनाई गई है, जिसमें चार जोड़ों का विवाह हुआ। सभी जोड़े सुबह 8 बजे विवाह स्थल पर पहुंच गए। इसके साथ ही आने वाले जोड़ों और उनके परिजनों के लिए भोजन की व्यवस्था भी की गई। अधिक संख्या को देखते हुए भोजन के लिए 15 काउंटर बनाए गए हैं। वहीं, कुछ परिवार यहां वैवाहिक गीत गाते हुए कार्यक्रम स्थल पर आए तो कुछ कार्यक्रम स्थल से ही अपनी बहू को विदा कर गांव ले गए।

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