सार

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक रीता बहुगुणा जोशी के झुलसी पोती को एयर एम्बुलेंस से दिल्ली के एम्स अस्पताल ले जाया गया था। दिल्ली में इलाज के दौरान बच्ची की मौत हो गई। मौत की खबर मिलते ही प्रयागराज स्थित घर में हड़कंप मच गया। लोग सांसद के घर पहुंचने लगे। दिल्ली से बच्ची का शव भी उसके घर लाया जा रहा है
 

प्रयागराज (Uttar Pradesh) ।  प्रयागराज से बीजेपी सांसद रीता बहुगुणा जोशी की पोती की आज इलाज के दौरान मौत हो गई। वह दीपावली पर पटाखे से झुलस गई थी। जिसका इलाजा दिल्ली एम्स में चल रहा था। बच्ची की मौत की खबर मिलते ही घर में कोहराम मच गया।

ऐसे हुआ हादसा
सांसद रीता जोशी के प्रवक्ता अभिषेक शुक्ल के मुताबिक बच्ची तीन दिन से अपनी मां के साथ प्रयागराज के पुनप्पा रोड स्थित अपनी ननिहाल में थी। सोमवार को छत पर बच्चे खेल रहे थे। उस समय वहां कोई बड़ा व्यक्ति नहीं था। इसी बीच किसी बच्चे ने पटाखा जला दिया। किया इससे गंभीर रूप से झुलस गई। आनन-फानन एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इलाज शुरू होने के बाद भी हालत गंभीर होती चली गई। 

60 प्रतिशत झुलस गई थी बच्ची
रीता बहुगुणा जोशी के बेटे मयंक जोशी की आठ वर्षीय बच्ची दीपावली के दिन पटाखा जलाते समय झुलस गई थी। उसे अस्पताल ले जाया गया। चिकित्सकों के मुताबिक बच्ची का शरीर 60 फीसदी झुलस गया था। हालत गंभीर देखते हुए उसे दिल्ली रेफर किया गया था। सांसद ने रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रमुख सचिव से बात की थी। 

एयर एम्बुलेंस से भेजा गया था दिल्ली
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक रीता बहुगुणा जोशी के झुलसी पोती को एयर एम्बुलेंस से दिल्ली के एम्स अस्पताल ले जाया गया था। जहां आज इलाज के दौरान बच्ची की मौत हो गई। मौत की खबर मिलते ही प्रयागराज स्थित घर में हड़कंप मच गया। लोग सांसद के घर पहुंचने लगे। दिल्ली से बच्ची का शव भी उसके घर लाया जा रहा है

पहले कोरोना हुआ और अब पटाखे से गई जान
सांसद डॉ. रीता बहुगुणा जोशी, बहू रिचा के साथ पोती 9 सितंबर को कोरोना पॉजीटिव पाई गई थीं। तीनों को पीजीआई लखनऊ से मेदांता दिल्ली शिफ्ट किया गया, जहां सांसद के पति पीसी जोशी पहले से एडमिट थे। तबीयत बिगड़ने पर सांसद को आईसीयू में एडमिट कराना पड़ा था। 15 सितंबर को वह आईसीयू से बाहर आई थीं और अस्पताल में ही अपने पति का जन्मदिन मनाया था। 21 सितंबर को उन्हें अस्पताल से डिस्चार्ज किया गया था। उसके बाद दिल्ली आवास में क्वारंटीन रहीं। ठीक होने के बाद प्रयागराज दीपावली मनाने आईं थी कि इतना बड़ा हादसा हो गया।

(फाइल फोटो)