सार
ज्ञानवापी सर्वे को लेकर हिंदू पक्ष के वकील हरिशंकर जैन का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि अगर सच को छिपाकर माहौल को शांत रखने की बात कही जा रही है तो ऐसा माहौल हमें नहीं चाहिए।
वाराणसी: ज्ञानवापी सर्वे के बाद कोर्ट में रिपोर्ट दाखिल होने से पहले हिंदू पक्ष के वकील हरि शंकर जैन का बयान सामने आया है। उन्होंने यह बयान अस्पताल से जारी किया है। सर्वे के आखिरी दिन ही उनकी तबियत खराब हो गई थी और वह अस्पताल में थे। तबियत ठीक होने के बाद डिस्चार्ज होते ही उन्होंने अस्पताल में मीडिया को संबोधित किया।
'सच छिपाकर हो रहा माहौल शांत करने का प्रयास'
प्रमुख वकील हरि शंकर जैन ने कहा कि अगर सच को छिपाकर माहौल शांत हो तो ऐसा माहौल हमको नहीं चाहिए। माहौल बिगाड़ने को लेकर जो धमकी दे रहे हैं उन्हें सरेंडर करना चाहिए। उन्हें इस बात पर शर्मिंदा होना चाहिए कि उन्होंने इतने सालों तक सच को क्यों छिपाया। शिवलिंग को फव्वारा बताने वालों को उन्होंने जवाब देते हुए कहा कि अगर यह फव्वारा है तो चलाकर दिखाए। आखिर साढ़े तीन सौ साल पहले ऐसी कौन सी तकनीकि थी जिससे फव्वारा चलता था। इसी के साथ आगे कहा गया कि शिवलिंग काफी अंदर था। अगर व्यास जी के कमरे के आगे की जांच की जाए तो और भी सच सामने आ जाएगा। लेकिन सौहार्द की बात कहकर हमसे हमारा कानूनी अधिकार छीनने का प्रयास हो रहा है।
ओवैसी पर भी साधा निशाना
आपको बता दें कि ज्ञानवापी परिसर में सर्वे का कार्य सोमवार को पूर्ण हो चुका है। हालांकि इसकी रिपोर्ट 17 मई मंगलवार को दाखिल नहीं हुई। कोर्ट की ओर से रिपोर्ट दाखिल करने के लिए दो दिन का और समय दिया गया है। इसी बीच हिंदू पक्ष के वकील हरिशंकर जैन का बयान सामने आया। उन्होंने शिवलिंग को फव्वारा बताने वाले लोगों पर जमकर निशाना साधा और उन्हें आड़े हाथों लिया। ओवैसी के बयान के लेकर उन्होंने कहा कि हो सकता उनका ज्ञान ज्यादा हो। लेकिन जहां शिवलिंग मिला है वह भगवान शिव की जगह है वह मस्जिद की जगह ही नहीं हो सकती है। खुदाई में अभी और भी चीजे निकलकर सामने आ सकती हैं।
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