सार

जौनपुर के हैदरपुर गांव में एक शादी समारोह के दौरान बवाल हो गया। शादी की रस्मों के बीच दूल्हे का भाई पटाखे से झुलस गया। जिसे देखने के लिए दूल्हा बाइक से गया जिसके बाद वो वापस आया ही नही। दूल्हे के इंतजार में दुल्हन बैठी रह गयी और अंत में विदाई नहीं हो पाई। 

जौनपुर: उत्तर प्रदेश के जिले जौनपुर के खुटहन थाना क्षेत्र में एक ऐसी वारदात हुई जिससे सब हैरान हो जाएंगे। इस क्षेत्र में हैदरपुर गांव है, जहां पर शादी समारोह के दौरान बवाल मच गया। बारात में स्वागत के साथ पूरे जोर शोर से बारातियों का स्वागत हुआ और जयमाला कार्यक्रम को संपन्न कराया गया। इसके बाद शादी की प्रक्रिया मंडप में शुरू हुई। पंडितों ने वैदिक मंत्रोच्चार के साथ विवाह को प्रारंभ किया। लेकिन इसी बीच सिंदूरदान के दौरान आतिशबाजी में दूल्हे के छोटे भाई की हथेली गंभीर रूप से झुलस गई। उसे उपचार के लिए खुटहन अस्पताल भेजा गया, जहां से जिला चिकित्सालय भेज दिया गया। अपने भाई को देखने के लिए दूल्हा भी बाइक से रवाना हो गया और फिर उसका कोई पता नहीं चला। भाई के देखने गया दूल्हा वापस अपनी शादी में आया ही नहीं। इस पर गुस्साए लोगों ने दूल्हे के पिता सहित दर्जन भर बारातियों को बंधक बना लिया।

दूल्हे के छोटे भाई की हथेलियां गई झुलस
ऐसा बताया गया है कि गांव में घनश्याम की बेटी का विवाह इसी थाना क्षेत्र के मुबारकपुर गांव निवासी प्यारेलाल के बेटे पंकज के साथ तय हुआ था। बीती शाम धूमधाम से बारात घनश्याम के घर पहुंची। जयमाला की रस्म होने के बाद शादी की आगे की रस्में शुरू हुईं। गांव की महिलाएं मंगलगीत गाने लगी। तो वही सिंदूरदान के रस्म होते ही दूल्हे का छोटा भाई आतिशबाजी करने लगा। लेकिन अचानक से पटाखा उसकी हथेली में ही फट गया। जिससे उसकी दोनों हथेलियां झुलस गई। 

दूल्हा घायल भाई के पास भी नहीं पहुंचा था
शादी के बीच में हुए इस हादसे से परिजनों की खुशियां काफूर हो गयी। दूल्हे के भाई की हथेलियां झुलस जाने से लड़की के पिता घनश्याम उसे अपनी बाइक से सीएचसी ले आये। जहां उसकी हालत को गंभीर देखते हुए उसे रेफर कर दिया गया। दूल्हा पक्ष के लोग उसे लेकर जिला मुख्यालय चले गए। घनश्याम वापस घर लौट आये। तो वहीं दूल्हा भी भाई को देखने के बहाने बाइक से निकल गया। सुबह काफी देर तक वह नहीं लौटा तो दोनों पक्ष खोजबीन करने लगे। खास बात तो यह है कि वह घायल भाई के पास भी नहीं पहुंचा था।

शादी के बाद भी दुल्हन नहीं हो पाई विदा
लड़की पक्ष काफी समय तक दूल्हे के इंतजार करता रहा लेकिन काफी समय हो गया। यहां तक कि विदाई का समय भी बीत गया जिसकी वजह से लड़की वालों को आशंका होने लगी कि कहीं दूल्हा बिदाई कराना ही नहीं चाह रहा हो। इसके बाद फिर क्या था गांव के दर्जनों लोगों ने जुटकर दूल्हा के पिता, बाराती और आधा दर्जन वाहनों को रोक लिया। इस घटना के बाद हड़कंप मचा रहा।

गांव में इस पर बवाल होने के बाद दोपहर को ग्राम प्रधान को बुलाकर लेन देन का हिसाब लगाया गया। गांव के प्रधान द्वारा समझाने के बाद दोनों पक्षों ने आपस में सुलह करी और किसी भी प्रकार की कानूनी कार्रवाई नहीं करने पर सहमत हो गए। लेकिन दुख की बात तो यह है कि शादी के बाद भी दुल्हन अपने घर विदा नहीं हो पाई।