सार

महिला के पति अजय निषाद को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। पूछताछ में उसने कहा है कि वो (पत्नी) रात आठ बजे घर से नाराज होकर निकली थी, जबकि वो पहले विवाद के बाद अपनी बेटियों के साथ अपने मायके चली जाया करती थी।

गोरखपुर (Uttar Pradesh) । लॉकडाउन की वजह से शराब की दुकान बंद होने से पति-पत्नी का विवाद थम सा गया था। लेकिन, एक दिन पहले 40 दिनों के बाद शराब की दुकान खुली तो पति शराब पीकर घर पहुंचा। इस बात को लेकर महिला और उसके पति में जमकर विवाद हुआ। शराबी पति की हरकतों से अजीज आकर महिला तीन बेटियों के साथ घर से चली गई, जिनका शव आज पिपराईच थाना क्षेत्र के उनौला रेलवे स्टेशन के पास कटा हुआ मिला। पुलिस ने आरोपी पति को गिरफ्तार करते शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।

यह है पूरा मामला
पिपराईच थाना के उनौला के अजय निषाद ने दस साल पहले गांव की ही पूजा निषाद से लव मैरिज किया था। शादी के बाद में दोनों से तीन बेटियों सारिका (9), सिमरन (7) और सौम्या (5) हुईं। इस दौरान अजय को शराब पीने की लत लग गई थी, जिसकी वजह से आए दिन पति-पत्नी में विवाद होने लगा। जिसके बाद पूजा अपनी तीनों बेटियों को लेकर घर से निकल गई, जिनका शव आज पिपराईच थाना क्षेत्र के उनौला रेलवे स्टेशन के पास कटा हुआ मिला। संभावना जताई जा रही है कि महिला किसी ट्रेन के आगे बच्चों सहित कूदकर जान दे दी। हालांकि शव को कब्जे में लेकर पुलिस मामले की जांच कर रही है।

अक्सर मायके चली जाती थी पत्नी
पिपराईच थानेदार प्रमोद त्रिपाठी का कहना है कि अक्सर विवाद के बाद महिला अपनी बेटियों के साथ अपने मायके चली जाया करती थी। लेकिन, सोमवार रात हुए विवाद के बाद आवेश में आकर महिला ने अपनी तीनों बेटियों के साथ खुदकुशी कर ली। फिलहाल मृतक महिला की मां की तहरीर पर पुलिस ने अजय निषाद पर धारा 306 के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।

पत्नी को मारता था ताना
एसएसपी डॉ सुनील गुप्ता का कहना है कि शुरूआती जांच में पता चला है कि तीन बेटियों को लेकर पति-पत्नी में विवाद होता था। पति द्वारा अक्सर महिला को ताने मारे जाने की भी बात सामने आई है, फिलहाल आरोपी पति के खिलाफ आत्महत्या के लिए प्रेरित करने की धारा में केस दर्ज किया गया है।

पति ने कही ये बाते
महिला के पति अजय निषाद को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। पूछताछ में उसने कहा है कि वो (पत्नी) रात आठ बजे घर से नाराज होकर निकली थी, जबकि वो पहले विवाद के बाद अपनी बेटियों के साथ अपने मायके चली जाया करती थी।