सार
मथुरा की लक्ष्मी नगर निवासी राजेश कुमार की पुत्री अंजलि बलदेव मार्ग स्थित एमटीएस इंटर कॉलेज में 12वीं की छात्रा थी। बुधवार की शाम घर में किसी से बिना कुछ बोले चुपचाप निकल गई थी। जिसके बाद उसके नदी में कूदने की जानकारी राहगीरों ने दी थी।
मथुरा: उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट 2022 परीक्षा गुरुवार से शुरू हो चुकी है। लेकिन इससे पहले मथुरा के थाना क्षेत्र जमुना पार के लक्ष्मीनगर की एक छात्रा ने बुधवार रात यमुना में कूदकर खुदकुशी कर ली। गोताखोरों ने छात्रा का शव गुरुवार की सुबह यमुना नदी से बाहर निकाला। वह एमटीएस इंटर कालेज बलदेव मार्ग लक्ष्मी नगर की छात्रा थी।
शाम को बिना बताए निकली थी घर से
उत्तर प्रदेश के जिले मथुरा की लक्ष्मी नगर निवासी राजेश कुमार की पुत्री अंजलि बलदेव मार्ग स्थित एमटीएस इंटर कॉलेज में 12वीं की छात्रा थी। 24 मार्च से यूपी बोर्ड की परीक्षा शुरू थी। लेकिन इससे पहले ही वह रात को यमुना पुल से नदी में कूद गई। ऐसा बताया जा रहा है कि वह घर से चुपचाप शाम सात बजे निकली थी।
नदी में कूदने की जानकारी राहगीरों ने दी
मृतक छात्रा अंजलि के जीजा रोबिन ने बताया कि उसके नदी में कूदने की जानकारी राहगीरों ने दी थी। उधर अंजलि के परिजन तलाश कर रहे थे। ऐसे में उन्हें अंजलि के यमुना में कूदने का शक हुआ। 24 मार्च यानी गुरुवार की सुबह नगला चिरंजी निवासी गोताखोर ओम प्रकाश, रणजीत और पुष्पेंद्र की मदद से छात्रा के शव को नदी से बाहर निकाला गया। थाना जमुनापार प्रभारी निरीक्षक शशि प्रकाश शर्मा ने बताया अभी छात्रा के नदी कूदकर खुदकुशी किए जाने के पीछे के कारणों का पता नहीं चल पा रहा है। परिजनों से अभी ज्यादा पूछताछ नहीं की जा सकी है।
मथुरा में यूपी बोर्ड परीक्षा को लेकर है तैयारियां
बता दें कि मथुरा में हाई स्कूल में 42944 बच्चे स्वर परीक्षा दे रहे हैं। परीक्षा को नकल विहीन कराने के लिए 50 केंद्रों को संवेदनशील व पांच केंद्रों को अति संवेदनशील की श्रेणी में रखा गया है। सभी परीक्षा केंद्रों को सीसीटीवी व साउंड रिकॉर्डर की निगरानी में रखा गया है, जोकि मथुरा के जीआईसी इंटर कॉलेज और लखनऊ से सीधे कनेक्टेड हैं।
जिले को 5 जोन व 16 सेक्टरों में बांटा गया है। जोनल, सेक्टर व स्टैटिक मजिस्ट्रेट परीक्षा की व्यवस्था सम्भालेंगे। गुरुवार को पहली पाली में हाईस्कूल हिंदी की परीक्षा के लिए सुबह से ही परीक्षा केंद्रों पर छात्र-छात्राओं की खासी भीड़ देखने को मिली। जहां सभी परीक्षार्थी समय से पहले ही अपने परीक्षा केंद्र पर परीक्षा देने के लिए पहुंच गए। वहां मौजूद अध्यापकों द्वारा उनके प्रवेश पत्र आदि की जांच करने के बाद ही उन्हें प्रवेश दिया जा रहा था।