सार

सपा विधायक इरफान सोलंकी द्वारा किए गए आगजनी मामले में जाजमऊ थाने की पुलिस ने चार्जशीट दाखिल कर दी है। पुलिस ने बताया कि विधायक के जेल जाने के बाद गवाहों ने उनके खिलाफ खुलकर बयान दिए हैं। वहीं विधायक से जेल में पूछताछ की जाएगी।

कानपुर: उत्तर प्रदेश के कानपुर में सपा विधायक इरफान सोलंकी के खिलाफ घर फूंकने के मामले में जाजमऊ थाने की पुलिस ने चार्जशीट दाखिल कर दी है। इस मामले पर पुलिस ने 16 गवाहों के बयान और फॉरेंसिक रिपोर्ट के आधार पर चार्जशीट दाखिल की है। सपा विधायक के जेल जाते ही गवाह खुलकर सामने आए थे। वहीं धोखाधड़ी के मामले में दर्ज FIR में भी पुलिस चार्जशीट लगाने की तैयारी कर रही है। 

विधायक ने कब्जे की नियत से लगाई थी आग
अब धोखाधड़ी के मामले में दर्ज एफआईआर में भी पुलिस चार्जशीट लगाने की तैयारी कर रही है। जल्द ही इरफान के खिलाफ दर्ज मुकदमों में पूछताछ करने पुलिस जेल जाएगी। इसके बाद अन्य मुकदमों में भी चार्जशीट दाखिल होगी। बता दें कि 7 नवंबर को जाजमऊ डिफेंस कॉलोनी में नजीर फातिमा उर्फ बेबी नाज के घर को फूंक दिया गया था। जिसके बाद पीड़िता ने सपा विधायक सोलंकी औऱ उनके भाई रिजवान पर आरोप लगाते हुए कहा था कि प्लॉट पर कब्जे की नियत से आग लगाई गई। पुलिस ने केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू की। वहीं फॉरेंसिक रिपोर्ट में साफ हुआ कि ज्वलनशील पदार्थ डालकर आग लगाई गई है।

साजिश के तहत दिया गया घटना को अंजाम
फिलहाल विधायक और उनके भाई रिजवान के खिलाफ 16 गवाहों ने बयान दिया है। गवाहों का कहना है कि जब विधायक के घर पर लगा सीसीटीवी कैमरा वारदात वाले हिस्से को कवर नहीं कर रहा था तब आगजनी की गई थी। जिससे साफ होता है कि साजिश के तहत घटना को अंजाम दिया गया था। ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर आनंद प्रकाश तिवारी ने जानकारी देते हुए बताया कि भले ही सीधे तौर पर बयान नहीं है। लेकिन सपा विधायक के खिलाफ लोगों के बयान, लोकेशन औऱ कॉल डिटेल जैसे कई अहम साक्ष्य पुलिस के हाथ लगे हैं।

पुलिस सपा विधायक से जेल में करेगी पूछताछ
इस साक्ष्यों से यह साबित होता है कि इरफान और उनके भाई ने वारदात को अंजाम दिया है। फिलहाल पुलिस अन्य आरोपियों की तलाश कर रही है। बताया गया है कि अभी सप्लीमेंट्री चार्जशीट दाखिल की गई है। जांच में अन्य आरोपियों के नाम और उनके गिरफ्तार होने के बाद फाइनल चार्जशीट दाखिल की जाएगी। वहीं पुलिस विधायक सोलंकी का फर्जी आधार बनाने वाले अली को भी तलाश कर रही है। पुलिस अली के बारे में जानकारी निकालने के लिए विधायक से जेल में पूछताछ करेगी। पुलिस को जानकारी मिली है कि फर्जी आधार बनाने वाले का असली नाम अली नहीं है।

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