सार
कानपुर में महिला दारोगा को 50 हजार की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया गया है। आरोप है कि उसने क्षेत्र से बाहर जाकर सिर्फ रिश्वत के लिए दबिश दी थी। मामले को लेकर पुलिस आयुक्त से शिकायत की गई थी।
कानपुर: एडिशनल डीसीपी पूर्वी राहुल मिठास के कार्यालय में तैनात महिला दारोगा को 50 हजार रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया है। आरोप है कि महिला दारोगा कोतवाली में तैनात एक होमगार्ड के साथ में पनकी स्थित घर में रैकेट की सूचना पर छापेमारी करने के लिए गई थीं। इस बीच मौके पर जालौन के दो कारोबारियों को उन्होंने पकड़कर बंधक बना लिया।
कारोबारियों को बंधक बनाकर घंटों तक घुमाया
जानकारी के अनुसार दोनों ही कारोबारियों को उनके द्वारा अपनी कार में बैठा लिया गया। इसके बाद वह दोनों को लेकर शहर में घूमती रहीं और छोड़ने के एवज में 15 लाख रुपए मांगे। इसके बाद किसी तरह से दोनों कारोबारी महिला के चंगुल से छूटे और उन्होंने पुलिस आयुक्त से मिलकर उन्हें मामले की जानकारी दी। इसके बाद ही पुलिस आयुक्त ने क्राइम ब्रांच को लगाकर महिला दारोगा को रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया। मामले में महिला दारोगा, होमगार्ड और रैकेट चलाने वाली महिला के खिलाफ पनकी थाने में मुकदमा दर्ज करवाया गया। इसी के साथ दारोगा को गिरफ्तार भी कर लिया गया। इस बीच उसका साथी होमगार्ड मौके से फरार है।
क्षेत्र से बाहर जाकर वसूली के लिए की गई थी दबिश
पुलिस की पूछताछ में सामने आया कि पनकी इलाके में बने घर में सेक्स रैकेट का संचालन किया जा रहा था। यह बाहर से आए व्यापारियों को देह व्यापार में संलिप्त युवतियां उपलब्ध करवाई जाती थीं। पुलिस अब सेक्स रैकेट चलाने वाले संचालक और संचालिका के साथ दारोगा के संपर्क की जांच में जुटी हुई है। इस बीच यह भी पता लगा है कि बिना किसी शिकायत के महिला दारोगा के द्वारा अपने क्षेत्र से बाहर जाकर सिर्फ वसूली के लिए वहां पर छापेमारी की थी। महिला दारोगा न तो संबंधित थाने में तैनात है और न ही सेक्स रैकेट से जुड़े किसी भी मामले में वह जांच ही कर रही थी।
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