सार
नेताजी के निधन की खबर सुनते ही नन्हा समर्थक उनकी अंतिम यात्रा में शामिल होने के लिए अकेले ही सैफई निकल पड़ा। महाराजगंज से निकला बच्चा रास्ता भटकने के बाद कानपुर रेलवे स्टेशन पहुंचा तो उसको अकेला देख जीआरपी ने पूछताछ की। जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है।
कानपुर: पूर्व रक्षामंत्री और समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव के निधन पर पूरे देशभर में लोगों ने अपनी शोक संवेदना व्यक्त की हैं। उनको श्रद्धांजलि देने के लिए अभी भी लोगों का सैफई जाने का सिलसिला शुरू है। वहीं दूसरी ओर उनके अंतिम दर्शन करने के लिए निकले एक नन्हे समर्थक का वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। यह वीडियो महाराजगंज के रहने वाले दस साल के श्याम लाल यादव का है। उसको जब पता चला कि मुलायम सिंह यादव ने दुनिया को अलविदा कह दिया है तो वह इतना दुखी हुआ कि अकेले ही नेताजी के दर्शन करने के लिए ट्रेन से निकल पड़ा। बच्चा का जस्बा मिलने के था इसलिए उसने रास्ते को लेकर कुछ भी नहीं सोचा।
नन्हे समर्थक ने खुद को बताया सपा का स्टार प्रचारक
महाराजगंज का दस वर्षीय श्याम महाराजगंज से गोरखपुर फिर लखनऊ होते हुए इटावा पहुंचा पर वह रास्ता भटक गया। रास्ता भटकने के बाद वह किसी तरह से कानपुर रेलवे स्टेशन पर पहुंचा। अकेला देख जीआरपी ने उससे उसके बारे में जानकारी ली तो पुलिस ने उसके परिजनों से बातकर बच्चे को ले जाने की बात कही। उसके बाद बच्चे के घरवाले बच्चे को लेने के लिए कानपुर पहुंचे और उसको अपने साथ ले गए। सोशल मीडिया पर तेजी के साथ वायरल हो रहे वीडियो में नेताजी के नन्हे समर्थक ने उनके अंतिम दर्शन करने के साथ-साथ अखिलेश यादव से मिलने के लिए इटावा जाने की बात कह रहा है। इस वीडियो में देखा जा सकता है कि वह महाराजपुर के नौतनवा विधानसभा के मल्हनी फुलवरिया गांव का रहने वाला है। उसके पिता का नाम सिकंदर है। इसके साथ ही वह कहता है कि वह समाजवादी पार्टी का स्टार प्रचारक है।
अकेला देख जीआरपी ने बच्चे को पकड़कर शुरू की पूछताछ
इस वायरल हो रहे वीडियो को लेकर जीआरपी इंस्पेक्टर आरके द्विवेदी का कहना है कि बच्चे को कानपुर स्टेशन पर अकेले दिखने पर पूछताछ की तब उसने बताया कि वह महाराजगंज से अकेले मुलायम सिंह यादव के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए निकला था। उन्होंने आगे कहा कि उसके बाद बच्चे के घरवालों का नंबर लिया और उनके बच्चे की जानकारी दी गई। उसके बाद परिजन बच्चे को लेने के लिए कानपुर पहुंचे और बच्चे को अपने साथ ले गए हैं। उनका यह भी कहना है कि बच्चे का पिता का कहना है कि बच्चा एक बार पहले भी घर से इसी तरीके से निकल चुका है और उसका पढ़ाई में मन नहीं लगता है। पिता का कहना है कि वह अपने बच्चे से परेशान है।