सार
यूपी के कानपुर की कराचीखाना शाखा सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया में मंगलवार को करीब 50 लाख के जेवर और पांच सौ डॉलर भी गायब होने से हंगामा खड़ा हो गया। महिला को बैंक के कर्मचारियों ने लॉकर को चेक करने के लिए फोन किया था लेकिन जब लॉकर खुला तो ऐसा मामला देखने को मिला। इस बैंक के 11वें लॉकर से चोरी हुई है।
कानपुर: उत्तर प्रदेश के जिले कानपुर में लॉकर डकैती का एक और मामला सामने आया है। सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया की कराचीखाना शाखा में मंगलवार यानी 12 अप्रैल को एक और लॉकर से 50 लाख के जेवर गायब हो गए हैं। बैंक कर्मचारियों ने महिला ग्राहक को फोन करके लॉकर चेक करने के लिए बुलाया था। लेकिन जब महिला लॉकर खोलकर चेक करने गई तो खुला ही नहीं और फंस गया। बाद में लॉकर को तोड़ना पड़ा। महिला ने जब लॉकर देखा तो उसमें रखे जेवर के साथ पांच सौ डॉलर भी गायब मिले। पीड़ित महिला ने फीलखाना थाने में तहरीर दी है।
बैंक वाले आर्थिक रूप से रहे मार
सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया से जेवर और डॉलर गायब होने पर पीड़िता ने बैंक अफसरों को जमकर खरी-खोटी सुनाई। इस दौरान उन्होंने कहा कि कश्मीर फाइल्स में तो पीड़ितों को जिंदा जलाया गया था। लेकिन यहां बैंक वाले आर्थिक रूप से मार रहे हैं। अब तक की पूरी पूंजी चली गई। सालों के मेहनत के बाद इतनी पूंजी इकत्रित हुई थी। लेकिन बैंक की लापरवाही की वजह से इतने बुरे दिन देखना पड़ रहा है।
लॉकर खुलते ही महिला के उड़े होश
बता दें कि शहर के मोती मोहाल में रहने वाली अमिता गुप्ता को बैंक की ओर से फोन आया था कि लॉकर चेक कर लें। सुबह करीब 10:30 बजे पति कुलजीत गुप्ता के साथ बैंक पहुंची और लॉकर ऑपरेट किया। जिसके बाद लॉकर में चाभी लगाई, तो लॉक अटक गया। इसकी जानकारी प्रबंधन को दी। इसके बाद लॉकर तोड़ा गया। लॉकर के खुलते ही उनके होश उड़ गए क्योंकि उनके द्वारा रखी गई कोई पूंजी नही थी।
ज्वैलरी के साथ कैश भी हुआ गायब
जिले की निवासी अमिता गुप्ता ने बताया कि 2015 में लॉकर लिया था। उसके बाद 2020 में ऑपरेट किया था। आगे बताती है कि 2017 में हरसहायमल लखनऊ से एक सेट, दो कड़े खरीदे थे। इसके अलावा कानपुर के दो बड़े ज्वैलर्स के यहां से खरीदे गए चार छोटे सेट, एक चूड़ी का सेट, सोने की चेन, झुमकी, पांच सोने की अंगूठी के अलावा कैश और डॉलर भी थे। उन्होंने आगे बताया कि सारी ज्वैलरी का बिल भी उनके पास है। जब समान खरीदा था तब इसकी कीमत करीब 20-22 लाख थी। लेकिन अब इसकी कीमत 50 लाख के करीब है। साथ ही चांदी का भी काफी सामान था, वह सब गायब है।
गाजियाबाद के कैफे पर आबकारी की छापेमारी, रेस्टोरेंट की आड़ में ग्राहकों को पिला रहे थे शराब
गाजियाबाद की इंडस्ट्रियल फैक्ट्री में लगी भीषण आग, प्लाईवुड में रखा सारा सामान जलकर हुआ खाक
Inside Story: BHU में किया जाएगा न्यूट्रॉन परीक्षण, 50 साल पहले बना 'बम हाउस' फिर होगा एक्टिव