सार

कासगंज के अल्ताफ की मौत को लेकर पुलिस के रवैये के साथ यूपी सरकार पर भी कई गंभीर आरोप लग रहे हैं। वहीं राज्य के तमाम विपक्षी पार्टियों ने योगी सरकार पर जमकर हमला बोला है। खबर है कि आज कांग्रसे नेता प्रिंयंका गांधी पीड़ित परिवार से मिलने कासगंज जाने वाली हैं।

कासगंज (उत्तर प्रदेश)  यूपी के कासगंज (Kasganj) जिले में पुलिस हिरासत में 22 साल के अल्ताफ की संदिग्ध मौत (Kasganj Altaf Case) मामले  प्रदेश की राजनीति चरम पर पहुंच चुकी है। क्योंकि पुलिस इसे लगातार आत्महत्या करार दे रही है। वहीं परिजनों का आरोप है कि  उनके बेटे की हत्या की गई है।  मामले ने तूल पकड़ा तो पुलिस की ‘टोंटी से फांसी’ लगाने की थ्योरी पर भी सवाल उठाए जा रहे हैं। वहीं अखिलेश यादव (akhilesh yadav) से लेकर प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) तक ने सरकार को इस मुद्दे पर घेरना शुरु कर दिया है।

5 फीट का युवक ढाई फिट पर कैसे फांसी लगा सकता है?
कासगंज पुलिस का कहना है कि अल्ताफ ने पूछाताछ के दौरान हवालात के नल की टोंटी से फांसी लगाकर खुदकुशी की है। लेकिन पुलिस की ‘टोंटी से फांसी’ लगाने की थ्योरी पर कई सवाल उठाए जा रहे हैं। क्योंकि जिस नल से फांसी लगानी का दावा किया जा रहा है। उसकी लंबाई 2.5 फीट है और मृतक अल्ताफ की हाइट 5 फुट 6 इंच थी। आखिर कैसे वह अपने आधी लंबाई वाले नल पर फांसी लगाकर लटक सकता है। 

पुलिस के दावों पर उठ रहे ये सवाल?
अल्ताफ की मौत पर सवाल उठ रहा पहला सवाल? क्या युवक ने क्या ढाई फीट के नल के नीचे जमीन पर लेटकर फांसी लगाई है। वहीं दूसरा सवाल? पुलिस ने जो नल हवालात का दिखाया है, उस नल ने अल्ताफ का वजन सह लिया होगा। वह टूट नहीं। क्योंकि तस्वीर जो दिख रही है उसमें वह नल इतना मजबूत नहीं दिखाई दे रहा है। तीसरा सवाल? कोई पैर जमीन पर रखकर आखिर क्योंकि ऐसा माना जाता है कि जब तक पैर जमीन में ना हो कोई फांसी लगाकर नहीं मर सकता है। चौथा सवाल? नल और हवालात कू दूरी ज्यादा नहीं है, फिर अल्ताफ ने फांसी लगाने की तैयारी भी कर ली और किसी को भनक तक नहीं लगी।

सपा-बसपा और कांग्रेस ने पुलिस को बताया कातिल
पुलिस के रवैये के साथ यूपी सरकार पर भी कई गंभीर आरोप लग रहे हैं। वहीं राज्य के तमाम विपक्षी पार्टियों ने योगी सरकार पर जमकर हमला बोला है। गुरुवार को कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद (salman khurshid) ने मृतक के परिजनों से मुलाकात की। साथ भाजपा सरकार और पुलिस पर कई तरह के आरोप लगाए। आज शुक्रवार को यूपी प्रभारी और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी की भी पीड़ित परिवार से मिलने की आशंका जताई जा रही है। दूसरी तरफ पहली बार यूपी में चुनाव लड़ रहे एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी (aimim chief asaduddin owaisi) ने कहा कि आल्तफ ने फांसी नहीं लगाई है, उसकी पुलिस ने हत्या की है।

यह है पूरा मामला
बता दें कि कासगंज कोतवाली पुलिस ने अल्ताफ मियां नाम के युवक को 8 नंवबर की रात में पकड़ा था। उस पर आरोप था कि वह अपने पड़ोस में रहने वाली लड़की को भगाकर ले गया है। युवक से पुलिस पूछताछ कर रही थी, इसी बीच खबर सामने आई की गिरफ्तारी के 22 घंटे बाद उसकी पुलिस लॉकअप में मौत हो गई। वहीं युवक के पिता चांद दिया का आरोप हो कि उनका बेटा आत्महत्या नहीं कर सकता है। पुलिस ने सोची समझी साजिश के तहत मेरे बेटे को फांसी पर लटकाकर हत्या की है। मैंने खुद बेटे को पूछताछ के लिए पुलिस को सौंपा था। लेकिन अगले दिन उन्होंने उसको मार डाला।

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