सार

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक राज्य सरकार के एक प्रवक्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री ने शोक संतप्त परिजनों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए उन्हें पांच लाख रुपए की आर्थिक सहायता दिए जाने के निर्देश दिए हैं। सीएम ने कहा है कि प्रदेश सरकार प्रकरण की फास्ट ट्रैक कोर्ट में सुनवाई कराकर अपराधियों को जल्द से जल्द सजा दिलाएगी।

कानपुर (Uttar Pradesh) । घर से लापता हुई 6 साल की बच्ची के दोनों फेफड़े निकालने के पहले उसके साथ गैंगरेप किया गया था। इसके बाद उसके शव को काला जादू (तंत्र-मंत्र) के लिए यूज किया गया था। फिलहाल पुलिस ने इस मामले का अब खुलासा कर लिया है। मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिन्होंने हैरान कर देने वाली सच्चाई पूछताछ में बताई है। पुलिस के मुताबिक बच्ची को अगवा करने के बाद दीपावली की रात दुष्कर्म के बाद उसका पेट फाड़कर हत्या कर दी गई थी। फिर दिल, फेफड़ा, किडनी, स्पलीन (तिल्ली), छोटी व बड़ी आंत निकाल लिया। इसमें लिवर समेत कई अंग निकालकर खाए। कुछ अंग निकालकर कुत्तों को खिला दिए। आइये जानते हैं कैसे हुई थी घटना और क्या हुआ खुलासा।

दीपावली के दिन हुई थी लापता
कानपुर जिला मुख्यालय से 50 किमी दूर घाटमपुर थाना क्षेत्र के एक गांव में करन कुरील की बेटी श्रेया उर्फ भूरी (6) दीपावली की शाम घर के बाहर खेल रही थी। घर के कुछ लोग खेत की ओर गए थे। महिलाएं दीया जलाने की तैयारी कर रही थीं। परिवार वालों के मुताबिक जब दीया रखने के लिए के लिए बच्चों को बुलाया गया तो उसकी दोनों बेटियां आईं। लेकिन, बीच की बेटी भूरी नहीं आई। इसके बाद खोजबीन शुरू हुई। रातभर गांव और परिवार के लोग खोजते रहे लेकिन बच्ची का कुछ पता नहीं चला।

ऐसे हुई थी जानकारी
दीपावली के दूसरे दिन सुबह गांव के लोग खेत की ओर निकले तो गन्नू तिवारी के सरसो खेत में बच्ची का लहूलुहान शव देखा गया। मौके पर काफी खून बिखरा था। शरीर पर कपड़े नहीं थे। सूचना मिलते ही परिवार के लोग भी पहुंच गए। पूरे गांव में कोहराम मच गया। बच्ची के सीने के दोनों ओर जख्म थे। आशंका है कि उसके दोनों फेफड़े निकाल लिए गए हैं। पैरों में महिलाओं, बेटियों द्वारा लगाया जाने वाला रंग लगा हुआ है। शव के पास नमकीन के खाली पैकेट पड़े हुए हैं। इससे तांत्रिकों की करतूत की आशंका जताई।

इस शख्स को थी अंग की जरूरत, इन्होंने किया गैंगरेप
अपर पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) बृजेश श्रीवास्तव ने सोमवार को कहा कि इस वारदात के मामले में पहले अंकुल कुरील (20) और बीरन (31) पकड़े गए। जिन्होंने पूछताछ में पुलिस को जानकारी दी कि उन्होंने बच्ची से सामूहिक बलात्कार करने के बाद उसकी गला दबाकर हत्या कर दी थी। पुलिस के मुताबिक हत्या करने के बाद दोनों आरोपियों ने बच्ची के दोनों फेफड़े (Lungs) निकाल कर मुख्य आरोपी पुरुषोत्तम को दिए थे। पुरुषोत्तम को काला जादू करने के लिए इन अंगों की जरूरत थी।

डेढ़ हजार के लिए किया इतना बड़ा गुनाह
हिरासत में पूछताछ के दौरान आरोपियों ने बताया कि गांव में अधेड़ ने संतान प्राप्ति के लिए डेढ़ हजार रुपए देकर किसी बच्ची का कलेजा लाने को कहा था। इसपर उसने भतीजे अंकुल को 500 और उसके साथी वीरन कुरील 1,000 रुपये देकर तैयार किया था। इसपर शनिवार की शाम करीब छह बजे अंकुल उर्फ हुला पटाखा दिलाने के बहाने बच्ची को घर से लेकर आया था।

ऐसे दिया वारदात को अंजाम
पुलिस के मुताबिक आरोपियों ने बताया कि उसने किसी किताब में बच्ची का लिवर और कलेजा खाने से संतान प्राप्ति की बात पढ़ी थी। गिरफ्तार युवकों ने पूछताछ में स्वीकार किया है कि बच्ची का अपहरण करने के बाद दोनों ने शराब पी। बच्ची को अगवा करने के बाद जंगल में ले जाकर पहले उससे दुष्कर्म किया, इसके बाद चाकू से पेट काटकर अंग निकाले और चाचा परशुराम को दिए। उसने पत्नी सुनैना के साथ बांटकर कलेजा और लिवर कच्चा खा लिया था। कुछ अंग कुत्तों को खिला दिए तो कुछ पॉलीथिन में भरकर फेंक दिए।

(गिरफ्तार आरोपी)

पुरूषोत्तम ने पिता बनने के लिए किया था काला जादू
पुलिस के मुताबिक पुरुषोत्तम को रविवार को ही गिरफ्तार कर लिया गया था, जबकि उसकी पत्नी को वारदात में शामिल होने की आशंका के आधार पर हिरासत में लिया गया है. उन्होंने बताया कि पुरुषोत्तम ने शुरू में पुलिस को भ्रमित करने की कोशिश की, लेकिन सख्ती से पूछताछ करने पर उसने सारा सच उगल दिया और कहा कि उसकी शादी 1999 में हो गई थी, लेकिन अब तक उसकी कोई संतान नहीं है. श्रीवास्तव के मुताबिक पुरुषोत्तम ने बताया कि उसे औलाद हासिल करने के लिए काला जादू करने की सलाह दी गई थी, इसके लिए किसी बच्ची के फेफड़ों की जरूरत थी. इसीलिए उसने अपने भतीजे अंकुल और उसके मित्र बीरन को अपनी पड़ोसी की बच्ची अगवा करने के लिए तैयार किया था.

आर्थिक मदद का सीएम योगी कर चुके हैं ऐलान
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक राज्य सरकार के एक प्रवक्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री ने शोक संतप्त परिजनों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए उन्हें पांच लाख रुपए की आर्थिक सहायता दिए जाने के निर्देश दिए हैं। सीएम ने कहा है कि प्रदेश सरकार प्रकरण की फास्ट ट्रैक कोर्ट में सुनवाई कराकर अपराधियों को जल्द से जल्द सजा दिलाएगी।