सार

यूपी सरकार राज्य के पांच शहरों को अर्थव्यवस्था का पंच प्राण बनाने जा रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का स्पेशल प्लान पूरी तरह से तैयार हो गया है। प्रदेश के पांच शहर वन ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी के लक्ष्य को प्राप्त करने में बड़ी भूमिका निभाएंगे।

गौरव शुक्ला
लखनऊ:
योगी सरकार प्रदेश के पांच शहरों को अर्थव्यवस्था का 'पंच प्राण' बनाने जा रही है। इसके लिए कानपुर, लखनऊ, नोएडा, वाराणसी और प्रयागराज का चयन किया गया है, जो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के वन ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी के लक्ष्य को प्राप्त करने में बड़ी भूमिका निभाएंगे। इन शहरों को इंजीनियरिंग अनुसंधान और विकास (ईआर एंड डी), सूचना प्रौद्योगिकी एवं सूचना प्रौद्योगिकी जनित सेवाओं (आईटी व आईटीईएस), आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) और रोबोटिक्स एवं ड्रोन्स सिटी के तौर पर विकसित किया जाएगा। मुख्य सचिव के यहां हुए एक प्रस्तुतीकरण में इस पर मुहर लग गई है। 

सरकार प्रदेश के प्रमुख शहरों को उनकी प्राचीन पहचान के साथ-साथ तकनीकी से जोड़ते हुए आधुनिक दिशा देना चाहती है। इसके लिए चयनित शहरों को निर्धारित किए गए सेक्टर्स का हब बनाया जाएगा। साथ ही इन शहरों में उपलब्ध संस्थानों और प्रतिभाओं को आधार बनाकर फरवरी में होने जा रहे ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट (जीआईएस-2023) में इनकी ब्रांडिंग भी की जाएगी। इसके अलावा निर्धारित किए गए सेक्टर्स की बड़ी देसी और विदेशी कंपनियों को जीआईएस-23 का न्योता भेजा जाएगा और सरकार द्वारा लाई जा रही नई आईटी और आईटीईएस नीति-2022 के बारे में भी बताया जाएगा।

रोबोटिक्स एवं ड्रोन्स सिटी कानपुर
आईआईटी कानपुर में पहले से उपलब्ध सेंटर ऑफ मेक्ट्रोनिक्स को देखते हुए इस शहर को रोबोटिक्स एवं ड्रोन्स सिटी के तौर पर विकसित किया जाएगा। जर्मनी की केआईओएन समूह, जापान की सिकों एप्सों, भारत की जेन टेक, पारस डिफेंस, बीईएल, डीसीएम श्रीराम और रतन इंडिया एंटरप्राइजेज जैसी कम्पनियां शहर में निवेश करें इसके लिए इन्हें जीआईएस में आमंत्रित किया जाएगा।

एआई सिटी लखनऊ
सरकार लखनऊ को एआई सिटी के तौर पर विकसित करना चाहती है क्योंकि टीयर-2 शहरों में लखनऊ का इन्फ्रास्ट्रक्चर काफी अच्छा है। इसको देखते हुए शहर में एआई पार्क विकसित किया जाएगा। वहीं जीआईएस में आने के लिए इंटेल, बॉश और केल्टन टेक जैसी कई कंपनियों को सरकार निमंत्रण भेजेगी।

आईटी व आईटीईएस सिटी नोएडा
नोएडा में पहले से ही आईटी व आईटीईएस सेक्टर की कंपनियों के 135 वर्क सेंटर हैं। इसको देखते हुए सरकार इस शहर को आईटी व आईटीईएस सिटी के तौर पर विकसित करना चाहती है और जीआईएस के माध्यम से जेनपैक्ट लिमिटेड, एजिस लिमिटेड, ओरेकल कॉर्पोरेशन और एप्पल जैसी बड़ी कंपनियों को निवेश करने के लिए आकर्षित करेगी।

ईआर एंड डी सिटी वाराणसी और प्रयागराज
वाराणसी-प्रयागराज में आईआईटी बीएचयू, एमएनआईटी और ट्रिपल आईटी मौजूद है। इनसे हर वर्ष सैकड़ों की संख्या में छात्र ग्रेजुएट होते हैं। इन छात्रों की प्रतिभा का लाभ प्रदेश को मिले और उन्हें नौकरी की तलाश में किसी अन्य राज्य या देश में पलायन न करना पड़े। इसके लिए सरकार की ओर से एल एंड टी और टाटा एलेक्सी जैसी कई बड़ी कंपनियों को जीआईएस के लिए न्योता भेजा जाएगा।

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